04 सितम्बर 2023, दोपहर 12:13
सनातन परिवार के तत्वावधान में शंखवादन प्रतियोगिता का किया गया भव्य आयोजन
उन्नाव:- भारतीय सनातन परंपरा को युवा वर्ग व किशोरों मे विस्तृत करने हेतु जनपद के शुक्लागंज में बीते दिन शंखनाद प्रतियोगिता का नगर के सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजन किया गया। शंख का धार्मिक,आध्यात्मिक एवं शारीरिक महत्व है एक ओर जहाँ शंख वादन स्वास्थ्य संबंधी विकारों मे लाभ प्रदान करता है वहीं दूसरी ओर शंख हर युग में लोगों को आकर्षित करते रहा है।देव स्थान से लेकर युद्ध भूमि तक सतयुग से लेकर आज तक शंखों का अपना एक अलग महत्त्व है।पूजा में इसकी ध्वनि जहाँ श्रद्धा व आस्था का भाव जगाती है वहीं युद्ध भूमि में जोश पैदा करती है।रण भूमि में शंखों का पहली बार उपयोग देव-असुर संग्राम में हुआ था।देव दानवों के इस युद्ध में सभी देव-दानव अपने अपने शंखों के साथ युद्ध भूमि में आए थे। शंखों की ध्वनि के साथ युद्ध शुरू होता और उसी के साथ ख़त्म होता था तब से ही यह मान्यता है कि हर देवी-देवता का अपना एक अलग शंख होता है।धार्मिक कृत्यों में शंख का उपयोग किया जाता है।पूजा-आराधना,अनुष्ठान-साधना, आरती, महायज्ञ एवं तांत्रिक क्रियाओं के साथ शंख का वैज्ञानिक एवं आयुर्वेदिक महत्त्व भी है। हिन्दू मान्यता के अनुसार कोई भी पूजा, हवन,यज्ञ आदि शंख के उपयोग के बिना पूर्ण नहीं माना जाता है। कुछ गुह्य साधनाओं में इसकी अनिवार्यता होती है। शंख साधक को उसकी इच्छित मनोकामना पूर्ण करने में सहायक होते हैं तथा जीवन को सुखमय बनाते हैं। शंख को विजय, समृद्धि, सुख, यश, कीर्ति तथा लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। वैदिक अनुष्ठानों एवं तांत्रिक क्रियाओं में भी विभिन्न प्रकार के शंखों का प्रयोग किया जाता है।उक्त प्रतियोगिता में सदर विधायक पंकज गुप्ता,भा.ज.पा नेत्री व भा.ज.पा महिला मोर्चा की अध्यक्षा साधना दीक्षित, हिंदू जागरण़ मंच के जिलाध्यक्ष अजय त्रिवेदी, नगर पालिका अध्यक्षा कौमुदी पाण्डेय, कैप्टन राहुल तिवारी, कमल वर्मा प्रोप्राइटर कमल ज्वैलर्स, भा.ज.पा महिला मोर्चा जिला मीडिया प्रभारी गायत्री शुक्ला तथा समाज सेवी सरेंद्र वर्मा सहित नगर व सुदूर क्षेत्रों से आऐ सैकड़ो प्रतिभागियों व सनातनी गणमान्य जनों ने प्रतिभाग किया।विजयी प्रतिभागियों व पधारे गण़मान्य जनों को कमल वर्मा द्वारा प्रतीक चिन्ह व अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया