18 अगस्त 2023, दोपहर 12:17
Vivek Agnihotri: फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री अक्सर ही कुछ ना कुछ ऐसा बयान देते रहते हैं, जिससे वो सुर्खियों में आ जाते हैं। अपने बयानों के कारण उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ता है। हालांकि उन पर इसका कुछ खास असर नहीं होता है।
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि लोगों की बातों का उनपर कोई फर्क नहीं पड़ता है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इस इंटरव्यू में शाहरुख खान और करण जौहर की फिल्मों को लेकर भी निशाना साधा है।
दरअसल, हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि अक्सर ऐसा होता है कि उन्हें अपने किसी पुराने ट्वीट के लिए ताने सुनने पड़ते हैं। कुछ लोग उनकी कही पुरानी बातों को खोज निकालते हैं और फिर उन्हें आड़े हाथों लिया जाता है।
इस पर अग्निहोत्री ने कहा कि ‘कुछ लोग ऐसे हैं, जो किसी पुराने ट्वीट को निकाल लेते हैं और फिर तंज कसते हुए कहते हैं कि आपने ऐसा तो कई सालों पहले कहा था, तो मैं ऐसे लोगों को एक चॉकलेट का पैकेट गिफ्ट करना चाहता हूं। साथ ही वो कहते हैं कि आप मुझ पर तभी भी शर्म करें।
विवेक ने आगे कहा कि मैं हर रोज इसे नहीं बदल सकता हूं और मैं इस तरह से जी भी नहीं सकता। विवेक का कहना है कि वो हर रोज स्टैटिक लाइफ नहीं जी सकते और हर रोज बदलाव के साथ एक नया दिन होता है। साथ ही विवेक कहते हैं कि मैं उन लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं, जो मेरे पुराने पोस्ट को खोज निकालते हैं।’
अपनी विचाधारा में बदलाव पर बात करते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि मेरी लाइफ में बदलाव हुआ है और मैंने बहुत लंबे टाइम से लेफ्टिस्ट की तरह जीवन जीया, लेकिन जब आपके आपके ऊपर जिम्मेदारी आती है और आपके बच्चे हो जाते है तो आपको बहुत सारी चीजें समझ में आती है। इसलिए मैं कई बार सोचता था कि जब बच्चे इंडिया में क्या सीखेंगे और जब वो बड़े होकर यहां सा बाहर जाएंगे तो क्या लेकर जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि हम दुनिया के महान फिलॉस्फी वाले देश से हैं और इसलिए कई दशक तक हमने सर्वाइव किया, लेकिन वामपंथी विचारधारा की वजह से आप देश की हर चीजों से नफरत करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे हर एक चीज से नफरत होती थी और इसलिए मैंने तय किया कि मैं जमीन से जुड़ा रहूंगा और रियल रहूंगा और इसी ने मेरे अंदर बदलाव भी लाया है।
इसके आगे फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि फिल्ममेकर्स ने भारतीय कहानियों को निराश किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन के सुपरस्टार के रूप में आने के बाद, दीवार नहीं बल्कि शहंशाह के बाद से ही, सिनेमा ने कोई भी वास्तविक कहानियां नहीं बताईं। खासकर करण जौहर और शाहरुख खान की फिल्मों ने तो भारत की संस्कृति और संस्कार को बहुत खराब किया है। इसलिए मुझे लगता है कि सच्ची और ईमानदार कहानियां बताना जरुरी है।