14 अगस्त 2023, सुबह 08:51
इस साल 2023 में हरियाली तीज 19 अगस्त दिन शनिवार को मनाई जाएगी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाते हैं. सावन शुक्ल तृतीया तिथि 18 अगस्त शुक्रवार को रात 08:01 बजे शुरू होगी और 19 अगस्त को रात 10:19 बजे इस तिथि का समापन होगा. हरियाली तीज के दिन सुहागन महिलाएं और विवाह योग्य युवतियां व्रत रखती हैं, सोलह श्रृंगार करके दुल्हन की तरह सजती हैं. माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करती हैं. इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है और कुंवारी कन्याओं की मनचाहे जीवनसाथी पाने की मनोकामना पूर्ण होती है. हरियाली तीज के लिए पूजा सामग्री जरूरी है. उसके बिना आपकी पूजा पूर्ण नहीं हो सकती है.
हरियाली तीज 2023 पूजा मुहूर्त
तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव बताते हैं कि 19 अगस्त को हरियाली तीज की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह में 07:30 बजे से 09:08 बजे तक, दोपहर में 12:25 बजे से शाम 05:19 बजे तक और शाम 06:57 बजे से रात 08:19 बजे तक है. आइए जानते हैं हरियाली तीज की पूजा सामग्री के बारे में.
हरियाली तीज 2023 पूजा सामग्री
हरियाली तीज की पूजा के लिए आपको पहले से ही पूजन सामग्री की व्यवस्था कर लेनी चाहिए, ताकि व्रत वाले दिन भागदौड़ से बचा जा सके. हरियाली तीज की पूजा के लिए सबसे जरूरी है भगवान गणेश, माता पार्वती और भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर, लकड़ी की एक चौकी, जिस पर मूर्ति स्थापना करेंगे.
उसके बाद पीला कपड़ा, कच्चा सूत, अपने लिए नई साड़ी, माता पार्वती के लिए चुनरी, हरी साड़ी, शिव और गणेश जी के लिए वस्त्र, माता पार्वती के लिए सोलह श्रृंगार की वस्तुएं जैसे चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, महावर, कुमकुम, बिछुआ, मेहंदी, दर्पण, इत्र आदि.
इसके अलावा केला के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, जनेऊ, अक्षत्, कलश, घी, कपूर, जटावाला नारियल, पान, सुपारी, दूर्वा, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, हल्दी, गंगाजल, दही, शहद, मिश्री, अबीर-गुलाल, चंदन, फूल, माला, मिठाई, मोदक, लड्डू, फल, धूप, दीप, गंध, हरियाली तीज व्रत कथा और आरती की पुस्तक आदि.
हरियाली तीज का महत्व
अखंड सौभाग्य, सुखी दांपत्य जीवन और मनचाहे जीवनसाथी पाने जैसी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए हरियाली तीज का व्रत रखते हैं. इस व्रत में हरे रंग का उपयोग अधिक होता है. इसमें व्रती हरे रंग की साड़ी और चूड़िया पहनती हैं. हरे रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है.