12 अगस्त 2023, दोपहर 11:09
संत रविदास मंदिर का शिलान्यस और भूमिपूजन के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- संत रविदास स्मारक एवं संग्रहालय में भव्यता भी होगी और दिव्यता भी होगी. ये दिव्यता रविदास जी की उन शिक्षाओं से आएगी, जिन्हें आज स्मारक की नींव में जोड़ा गया है. सम्रस्ता की भावना के साथ इसमें 20 हजार से ज्यादा गांवों की और 300 से ज्यादा नदियों की मिट्टी इस स्मारक का हिस्सा बनी हैं. एक मुट्ठी मिट्टी के साथ-साथ मध्य प्रदेश के लाखों परिवारों ने सम्रस्ता भोज के लिए एक-एक मुट्ठी अनाज भी भेजा है. इसके लिए जो 5 सम्रस्ता यात्राएं चल रही थीं आज उनका भी सागर की धरती पर समागम हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि ये सम्रस्ता यात्राएं यहां खत्म नहीं हुई हैं, बल्की यहां से सामाजिक सम्रस्ता के एक नए युग की शुरुआत की है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रेरणा और प्रगति जब एक साथ जुड़ते हैं तो नए युग की नींव पड़ती है. आज हमारा देश, हमारा मध्य प्रदेश इसी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है. इसी क्रम में आज यहां कोटा-बीना रेलवे लाइन के दोहरीकरण का भी लोकार्पण हुआ है. पीएम मोदी ने कहा, सब लोग जात-पात के फेर में उलझे हैं और ये बीमारी मानवता को खा रही है. उस वक्त संत रविदास जी एक तरफ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बोल रहे थे तो दूसरी तरफ देश की आत्मा को झकझोर रहे थे. जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए हम पर पाबंदी लगाई जा रही थी, तब रविदास जी ने कहा था, पराधीनता पाप है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर सागर पहुंचकर संत रविदास मंदिर का शिलान्यस और भूमिपूजन किया. 11 एकड़ भूमि पर तैयार होने वाले संत रविदास मंदिर को बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस मंदिर को बनाने में नागर शैली के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही इसमें संगत हॉल, लाइब्रेरी, इंटरप्रिटेशन म्यूजिम, फूड कोर्ट का निर्माण किया जाएगा. बता दें कि 14 हजार वर्ग फुट में तैयार होने वाले इंटरप्रिटेशन म्यूजियम में 4 गैलरी बनाए जाने की योजना है.