18 जुलाई 2023, सुबह 07:59
Oppn meet Day 2: बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक के बीच कर्नाटक की राजधानी में नीतीश कुमार के विरोध वाले पोस्टर दिखे। पोस्टर बेंगलुरु के चालुक्य सर्कल, विंडसर मैनर ब्रिज और हेब्बल के पास लगाए गए थे। जानकारी के बाद पुलिस ने पोस्टर बैनर हटा दिया।
पोस्टरों पर लिखा था, ‘अस्थिर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार’ और उन पर नीतीश कुमार की तस्वीरें थीं। पोस्टरों में सुल्तानगंज पुल की तस्वीरें भी थीं और एक अन्य कैप्शन में लिखा था कि बिहार को नीतीश कुमार का उपहार जो टूटता जा रहा है।
उधर, संयुक्त विपक्ष की दूसरे दिन के बैठक से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। HAM के संस्थापक जीतन राम मांझी ने मंगलवार को कहा कि नीतीश कुमार अपनी मातृभूमि (बिहार) में बड़े असफल साबित हुए हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में चाहे भ्रष्टाचार हो, विकास हो, भंडार की बर्बादी हो, सामाजिक क्षेत्र में गरीबों का शोषण हो… सभी मामलों में नीतीश कुमार विफल साबित हुए हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार तंज कसते हुए कहा कि अगर उन्हें संयोजक बनाया जाता है, तो मैं उन्हें (संयुक्त विपक्ष) कुछ सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना करूंगा।
भाजपा नेता आरसीपी सिंह ने भी संयुक्त विपक्ष की बैठक पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बेंगलुरु में जितने भी नेताओं का जुटान हुआ है वे सभी डेमोरलाइज्ड नेता हैं। विपक्ष के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले शरद पवार की पार्टी टूट चुकी है। पार्टी टूटने के बाद से वे पूरी तरह से डेमोरलाइज्ड हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को देख लीजिए। सोंच लीजिए दिल्ली में बाढ़ से किस तरह की तबाही मची हुई है। दिल्ली की जनता की अपेक्षा है कि केजरीवाल दिल्ली में रहकर उनकी सेवा करें लेकिन वे बेंगलुरु घूम रहे हैं, उनके कई साथी जेल के अंदर है, ऐसे में वे भी डेमोरलाइज्ड हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बात करें तो वे भी डेमोरलाइज्ड हैं। साउथ में तमिलनाडु चलें तो वहां के मुख्यमंत्री स्टालिन खुद डेमोरलाइज्ड हैं।