13 जुलाई 2023, सुबह 06:10
Weather News Update: उत्तर भारत के कुछ हिस्सों खासकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मानसून लोगों के लिए काल साबित हो रहा है। पहाड़ी राज्य हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से कई जगहों लैंडस्लाइड की खबर है जबकि कई नदियां उफान पर हैं। हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के कारण मरने वालों की संख्या 90 के करीब पहुंच गई है, यहां पिछले चार दिनों में 39 मौतें हुई हैं।
पहाड़ी राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 88 तक पहुंच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंबा, शिमला, सिरमौर, किन्नौर और अन्य जिलों में बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बुधवार रात आठ बजे तक 50,000 से अधिक पर्यटकों को निकाला गया। उन्होंने कहा कि मैं अपने प्रशासन और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारी सड़कों, बिजली, पानी की आपूर्ति और नेटवर्क कनेक्टिविटी को बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम किया है।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में फंसे कम से कम 28 ट्रैकरों को एनडीआरएफ कर्मियों ने बचाया। इसके अलावा कफनू गांव से 15 किलोमीटर दूर फंसे 11 लोगों को भी बचाया गया। इसके अलावा मनाली में इंटरनेट पूरी तरह से बहाल कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कसोल में मोबाइल नेटवर्क बहाल करने के प्रयास चल रहे हैं।
गुरुवार और शुक्रवार के लिए उत्तराखंड के कुछ हिस्सों धनौरी, रुद्रप्रयाग और खानपुर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अलावा, 15 और 16 जुलाई को रूड़की, लक्सर और भगवानपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। आईएमडी के अनुसार, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और उत्तराखंड के अन्य इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
बारिश के बाद भूस्खलन के कारण उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कई मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे सामान्य जनजीवन के साथ-साथ चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई है। भूस्खलन के कारण चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली और जोशीमठ के बीच पांच स्थानों पर बंद हो गया है। उत्तराखंड में आसपास के इलाकों में भूस्खलन के बाद यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग और गंगोत्री राजमार्ग पर 300 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।
पिछले पांच दिनों से भारी बारिश के कारण पंजाब और हरियाणा में बाढ़ आ गई है। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को दोनों राज्यों में छह और लोगों की मौत हो गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इन राज्यों में बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या 21 हो गई है, जिसमें हरियाणा में 10 मौतें शामिल हैं।
पिछले तीन दिनों में पंजाब के पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एसबीएस नगर, तरनतारन, जालंधर और फतेहगढ़ साहिब जिलों में जलभराव वाले इलाकों से लगभग 14,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
यमुना में जलस्तर 208.41 मीटर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ और जलभराव देखा गया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और अन्य एजेंसियों ने बुधवार को 750 से अधिक लोगों और 250 से अधिक मवेशियों को निकाला।
बुधवार को यमुना के जलस्तर ने 45 साल पहले बनाए गए 207.49 मीटर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने की अपील की। उन्होंने लोगों से बाढ़ के पानी को देखने नहीं जाने का आग्रह करते हुए कहा कि जल स्तर में तेजी से वृद्धि खतरनाक है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने उन सड़कों की सूची जारी की जो आज जलभराव के कारण प्रभावित रहेंगी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आईपी फ्लाईओवर और चंदगी राम अखाड़े के बीच महात्मा गांधी मार्ग, कालीघाट मंदिर और दिल्ली सचिवालय के बीच महात्मा गांधी मार्ग, वजीराबाद ब्रिज और चंदगी राम अखाड़े के बीच बाहरी रिंग रोड बाढ़ से प्रभावित हुई हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जिन इळाकों में पानी भर रहा है, वहां के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद कर रहे हैं।