10 जुलाई 2023, दोपहर 10:56
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023: पश्चिम बंगाल में शनिवार (8 जुलाई) को हुए हिंसाग्रस्त पंचायत चुनावों के दो दिन बाद आज यानी 10 जुलाई को फिर से चुनाव हो रहा है. राज्य में 19 जिलों के 696 मतदान केंद्रों पर सोमवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया. प्रत्येक मतदान केंद्र पर राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बल के चार जवान तैनात किए गए हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होनें बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच आज शाम पांच बजे तक पुनर्मतदान होगा.
बता दें पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग (डब्ल्यूबीएसईसी) ने रविवार देर रात घोषणा की कि 8 जुलाई को हुए हिंसाग्रस्त पंचायत चुनावों में जिन बूथ पर मतदान अमान्य घोषित किया गया था, वहां सोमवार (10 जुलाई) को पुनर्मतदान कराया जाएगा. राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी ताजा अधिसूचना के अनुसार, जिन 697 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया जा रहा है, उनमें से सबसे अधिक मुर्शिदाबाद जिले में 175, उसके बाद मालदा में 110 बूथ शामिल है जहां आज फिर से मतदान हो रहा है.
वहीं, नादिया जिला तीसरे स्थान पर है, जहां 89 बूथों पर सोमवार को पुनर्मतदान हो रहा है. जबकि मुर्शिदाबाद और मालदा दोनों अल्पसंख्यक बहुल जिले हैं, 8 जून को मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद से मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक हिंसा और मौतें देखी गई हैं. यहां तक कि शनिवार को मतदान के दिन भी मुर्शिदाबाद, जो कि पूर्व कांग्रेस का गढ़ था, में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं.
हैरानी की बात यह है कि दक्षिण 24 परगना जिले के केवल 36 बूथ, जहां मुर्शिदाबाद जैसी लगभग समान अनुपात में हिंसा देखी गई थी, सोमवार को पुनर्मतदान हो रहा है. राज्य में पुनर्मतदान के लिए जाने वाले मतदान केंद्रों की सूची की घोषणा करते हुए राज्य चुनाव आयोग ने यह भी कहा था कि इनमें से प्रत्येक बूथ पर केंद्रीय सशस्त्र बलों के आधे सेक्शन या चार कर्मियों को तैनात किया जाएगा.
इतना ही नहीं 8 जुलाई को मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और नरसंहार पर कलकत्ता उच्च न्यायालय में आज कई याचिकाएं दायर की जाएगी. शनिवार सुबह से मतदान शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 17 बताई गई है. मुर्शिदाबाद जिले में सबसे अधिक पांच मौतें दर्ज की गई हैं, इसके बाद दक्षिण 24 परगना में तीन, कूच बिहार, पूर्वी बर्दवान, मालदा, और उत्तरी दिनाजपुर जिले में दो-दो मौतें और नादिया जिले में एक की मौत हुई है. 8 जून को मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 36 हो गई है.