नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स का आभार व्यक्त किया। बिल गेट्स ने मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे होने पर पीएम मोदी की प्रशंसा की थी। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 100वां एपिसोड दुनिया के कई देशों में देखा गया था।
भारत की भावना को दर्शाता है
पीएम मोदी ने सोमवार को ट्वीट किया। लिखा कि मैं अपने दोस्त @BillGates को उनके प्रशंसा शब्दों के लिए धन्यवाद देता हूं। #MannKiBaat हमारी दुनिया को बेहतर बनाने के लिए भारत के लोगों की सामूहिक भावना को दर्शाता है। इसको देखकर बिल गेल्ट भी भावुक हैं।
बिल गेट्स ने की थी तारीफ
जानकारी के मुताबिक यह ट्वीट शनिवार को बिल गेट्स के पोस्ट के जवाब में था। बिल गेट्स ने कहा था कि मन की बात ने स्वच्छता, स्वास्थ्य, महिला आर्थिक सशक्तिकरण और सतत विकास लक्ष्यों से जुड़े अन्य मुद्दों पर समुदायों के नेतृत्व वाली कार्यवाही को उत्प्रेरित किया है। 100वें एपिसोड के लिए @narendramodi को बधाई।
I thank my friend @BillGates for his words of appreciation. #MannKiBaat reflects the collective spirit of the people of India to make our planet better, something Mr. Gates is also passionate about. The strong resonance with SDGs is highlighted well in the study by @BMGFIndia. https://t.co/RL9Wb7IhPo
— Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2023
न्यू जर्सी में मौजूद रहे थे जयशंकर
विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने रविवार को 1.30 बजे (स्थानीय समयानुसार) न्यू जर्सी में प्रवासी भारतीयों के साथ कार्यक्रम को लाइव ट्यून करने का फैसला किया। इसके बाद विदेश मंत्री ने सभी के साथ पीएम मोदी का कार्यक्रम देखा।
इस दौरान जयशंकर ने कहा कि दस साल पहले अगर उन्होंने कहा होता कि रात के 2.10 बजे सभी लोग एक जगह इकट्ठा होंगे और भारत के विदेश मंत्री आपके साथ होंगे, भारत के पीएम की बात सुनेंगे, तो आप में से कोई मुझ पर विश्वास नहीं करता।
विदेश मंत्री बोले- 100 साल पुराना है यह माध्यम
जयशंकर ने कहा कि आपको यह समझना होगा कि पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है, क्योंकि यह माध्यम 100 साल पुराना है, कहीं न कहीं पीएम मोदी और भारत के लोगों के बीच इससे एक भावनात्मक जुड़ाव हुआ है।
कार्यक्रम में भाग लेने और प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त रूप से सुनने के लिए अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू और न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल भी शामिल हुए।