देश की राजधानी दिल्ली में अगले दो महीने में होने वाले दिल्ली नगर निगम के प्रमुख चुनावों को लेकर सियासी माहौल पूरी तरीके से गरमाया हुआ है। इस बीच एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आम आदमी पार्टी (AAP) की पूर्वी दिल्ली निगम पार्षद गीता रावत को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
आरोपी पार्षद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र स्थित विनोद नगर वॉर्ड से पार्षद है। खास बात यह है कि रिश्वत का पैसा एक मूंगफली विक्रेता के जरिए गीता रावत के पास पहुंचाया गया था। सीबीआई के मुताबिक गीता रावत को एक व्यक्ति से 20,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
यह पैसा बिना किसी बाधा के अवैध तरीके से अपने मकान की छत डालने के लिए लिया गया था। जिसको लेकर पूरा मामला गरमा गया है। पीड़ित ने सीबीआई से इसकी शिकायत दी, जिसके बाद सीबीआई ने ट्रेप लगाकर पहले एक बिचौलियों को गिरफ्तार किया जिसको पीड़ित ने 20 हजार रुपए दिए थे।
ये बिचौलिया काउंसलर के दफ्तर के बाहर एक रेहड़ी लगाता है। सीबीआई के मुताबिक घूस का ये पैसा गीता रावत को बिचौलिये के जरिये पहुंचना था। हालांकि, अभी सर्च जारी है।
मूंगफली वाले सनाउल्लाह के पिता को इस बात का पता चला कि उनके बेटे को किसी ने पकड़ रखा है, तो वह दौड़कर निगम पार्षद के ऑफिस पर गए, वहां जब उन्होंने पूछा कि आपने मेरे बेटे को क्यों पकड़ा है? तो वहां मौजूद सिविल ड्रेसधारी लोगों ने कहा कि हम सीबीआई वाले हैं और अभी आपको पता चल जाएगा कि हमने आपके बेटे को क्यों पकड़ा है।
उसके बाद मूंगफली वाले के पिता को पता चला कि रिश्वत के पैसे सनाउल्लाह के जरिए निगम पार्षद गीता रावत के पास जाते थे। सीबीआई ने नोटों पर कलर लगाकर मूंगफली वाले को पैसे दिए, वही पैसे जब गीता रावत को देने गया तो सीबीआई ने रंगे हाथों पकड़ा और नोटों की तलाशी ली गई तो वही नोट बरामद किए गए।
सीबीआई ने सनाउल्लाह और निगम पार्षद गीता रावत को अपने साथ सीबीआई ऑफिस ले गई है और पूछताछ की जा रही है।