रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने भारतीय वायु सेना के लिए 56 सी-295 मध्यम परिवहन विमान के लिए एयरबस के साथ 22,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने दो सप्ताह से पहले खरीद को मंजूरी दी थी।
C-295s भारतीय वायुसेना के पुराने एवरो-748 विमानों के बेड़े की जगह लेगा। एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) एयरोस्पेस क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत वायु सेना को नए परिवहन विमान से लैस करने की परियोजना को संयुक्त रूप से निष्पादित (Execution) करेंगे।
मंत्रालय ने मंत्रिमंडल समिति द्वारा इस खरीद को मंजूरी दिए जाने के बाद आठ सितंबर को कहा था, ‘‘सभी 56 विमानों को स्वदेश निर्मित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस किया जाएगा। ”करीब नौ साल पहले एवरो के स्थान पर नए विमान लाने को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी थी। मंत्रालय ने बताया था कि विमानों की आपूर्ति पूरी होने से पहले भारत में सी-295 एमडब्ल्यू विमानों के लिए एक मरम्मत केंद्र बनाया जाना है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने ट्वीट किया, “IAF के लिए 56 C-295 परिवहन विमान की खरीद के लिए रक्षा मंत्रालय और एयरबस डिफेंस एंड स्पेस, स्पेन के बीच कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए गए।” अधिकारियों ने कहा कि शेष 40 विमानों का निर्माण कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करने के 10 साल के भीतर एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के एक संघ द्वारा भारत में किया जाएगा।
Contract signed between #MinistryOfDefence and @AirbusDefence &Space, Spain for procurement of 56 C-295 transport aircraft for the #IAF@rajnathsingh @adgpi @PIB_India @PIBHindi @indiannavy @IAF_MCC @drajaykumar_ias @AjaybhattBJP4UK @IndiainSpain pic.twitter.com/YqgvAYKWHA
— A. Bharat Bhushan Babu (@SpokespersonMoD) September 24, 2021