सोशल मीडिया का दायरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. इस बात से हर कोई वाकिफ है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म आज प्रचार-प्रयार का बड़ा माध्यम बन गया है. यूपी सरकार भी अब प्रदेश में पर्यटन स्थलों के बारे में सैलानियों को बताने के लिए इसका इस्तेमाल करेगी. प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. सभी ऐतिहासिक स्थलों की खूबियों को बताने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स की मदद लेगी.
पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों को सैलानियों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर लिखने वालों ब्लॉगर्स, यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स की मदद लेगा. इसके लिए विभाग ने पर्यटन नीति की रूपरेखा तैयार कर ली है. पर्यटन विभाग की ओर से डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स को प्रदेश के खास पर्यटक स्थलों पर वीडियो बनाने और ट्रैवेल ब्लॅाग लिखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. इसे लेकर बीते दिनों विभाग के अधिकारियों ने फ्रांस के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. अब अगली बैठक लेबनान के अधिकारियों के साथ होनी है.
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम का कहना है कि पर्यटन विभाग के साथ मिलकर जीनल ईनामदार, वरुण बजाज, अमर सिरोही और ज्योतिका दिलैक जैसे 19 यूट्यूबर्स ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर कंटेंट बनाया है, जो लोकप्रिय रहे हैं. पर्यटन विभाग बुंदेलखंड के पर्यटक स्थलों को दुनिया के सामने लेकर आना चाहता है. यहां ग्रामीण पर्यटन पर विशेष फोकस रहेगा. नये गंतव्य स्थल विकसित करने के लिए भी डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स का उपयोग किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में अभी तक आगरा, वाराणसी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज और लखनऊ पर्यटकों की पहली पसंद हैं. अब सरकार पर्यटन नीति पर विशेष ध्यान देते हुए ऐसे पर्यटन स्थलों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां लोग कम जाते हैं. ऐसे पर्यटन स्थलों के बारे में लोगों को बताया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सबसे अधिक ध्यान बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास पर है. पर्यटन विभाग यहां के अनछुए टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स को दुनिया के सामने लेकर आएगा.