जीएसटी काउंसिल की सिफारिशें मंगलवार से लागू होने के बाद आटा, चावल, दही और पनीर समेत रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम बढ़ जाएंगे। इस नई व्यवस्था के दायरे में दुकानदार नहीं आएंगे, लेकिन इसकी मार आम आदमी पर पड़ेगी। हालांकि, जीएसटी के दायरे में डिब्बा बंद और पैकेट बंद फूड ही आएंगे, जिसकी वजह से कहीं न कहीं रसोई के बजट पर असर पड़ना तय है।
समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर तंज कस्ते हुए ट्वीट किया महंगाई की मार, जनता बेहाल। भाजपा सरकार में पहले से ही बेतहाशा महंगाई से आम आदमी की कमर टूटी हुई है अब GST काउंसिल की सिफारिशें लागू कर रोज़मर्रा की चीजों के दाम एक बार फ़िर बढ़ाना, घोर निंदनीय! भाजपा सरकार में GST का मतलब है। G-गई S-सारी T-तनख्वाह