जंगल में मिले प्रेमी प्रेमिका के शव के मामले में एसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर, हलका दरोगा व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है। परिजनों ने क्राइम इंस्पेक्टर पर तहरीर के आधार पर कार्रवाई न करने और कोतवाली से भगा देने का आरोप लगाया था।
कोतवाली क्षेत्र के नारे खेड़ा का अनुज सिंह व पड़ोसी राम लखन रावत की पत्नी शांति 28 जून की शाम लापता हो गई थी। 29 को दोनों के परिजनों ने कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दी थी। कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर राजा भैया ने परिजनों को वापस कर दिया था। चार दिन बाद ही दोनों के शव गांव से पांच सौ मीटर दूर मिले थे। घटना की जांच को पहुंचे एएसपी शशि शेखर सिंह से परिजनों ने तहरीर पर जांच न करने का आरोप लगाया था।
इस पर एसपी ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए कोतवाली में तैनात क्राइम इंस्पेक्टर राजा भैया, हल्का दरोगा राजेश यादव, मुख्य आरक्षी किशोरी लाल और सिपाही सचिन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया।