*उन्नाव:-* जनपद उन्नाव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में पुरवा ब्लाक में लाखों का गबन करने वाले दो ब्लाक मिशन मैनेजर (बीएमएम) की सेवा समाप्त कर दी गई है। पुरवा के गांव पुरैनीखेड़ा मजरा बनिगांव की सौम्या यादव और अचलखेड़ा की आरती ने मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल को कुछ दिन पूर्व शिकायतीपत्र देकर ब्लाक में तैनात बीएमएम और अन्य कर्मचारियों पर सरकारी अनुदान में गबन की शिकायत की थी। मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल द्वारा गठित जाँच टीम में शामिल जिला पंचायत के वित्तीय परामर्शदाता, बीएसए के वित्त एवं लेखाधिकारी और बैंक ऑफ इंडिया के अग्रणी जिला प्रबंधक ने जाँच की तो 24.19 लाख की वित्तीय अनियमितता मिली थी। शिकायत में ब्लाक में तैनात बीएमएम और अन्य कर्मचारियों पर सरकारी अनुदान में गड़बड़झाला करने की जानकारी दी गई थी जिसके बाद जाँच में पता चला था कि समूह के खाते में धनराशि न भेजकर निजी खाते में भेज दी गई। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर उपायुक्त स्वत: रोजगार चंद्रशेखर ने जिला मिशन प्रबंधक रजीउल हसन से तहरीर दिलवाकर पुरवा के ब्लाक मिशन मैनेजर सूर्यवर्धन और सुरेंद्र कुशवाहा के खिलाफ सरकारी धनराशि के गबन की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उपायुक्त एनआरएलएम ने बताया कि दोनों ब्लाक मिशन मैनेजर संविदाकर्मी थे और दोनों को नौकरी से हटा दिया गया है।
*बीस दिन बाद भी नहीं मिली रिपोर्ट*
मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल ने पुरवा में गड़बड़झाला मिलने के बाद अन्य ब्लाकों में जाँच के लिए समिति गठित कर दस दिन में रिपोर्ट मांगी थी हालांकि बीस दिन से ज्यादा समय होने के बाद अभीतक मात्र दो ब्लाकों से ही रिपोर्ट आई है। उपायुक्त चंद्रशेखर ने बताया कि अभी दो ब्लाकों से ही रिपोर्ट आई है और शेष ब्लाकों से रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। इसमें ब्लाक के नोडल अधिकारी (जिलास्तरीय अधिकारी), बीडीओ, एडीओ (आइएसबी) और लेखाकार को जाँच करनी है।