बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की वजह से एक से एक नया चक्रवाती तूफान पैदा हो गया है। इस चक्रवात तूफान का नाम आसनी है। मौसम विभाग ने तीन राज्यों में तेज हवाएं और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। तूफान अगले छह घंटे में अपना गंभीर असर दिखाएगा।
चक्रवात आसनी के उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा के तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। आईएमडी ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात की वजह से उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर मंगलवार से तेज हवाएं चलने और बारिश होने की आशंका है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने मीडिया को बताया, “चक्रवात आसनी वर्तमान में दक्षिण पूर्व अंडमान में है जो उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा, इसके बाद गंभीर चक्रवाती तूफान के बुधवार को भयानक चक्रवाती तूफान में बदलने और गुरुवार तक गहरे दबाव में बदलने की आशंका है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के मंगलवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के गंगा वाले तटीय इलाके में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही कोलकाता के तटीय जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा, मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है।
ओडीआरएएफ की टीम पुरी जिले के कृष्ण प्रसाद, सतपाड़ा, पुरी और अस्टारंग ब्लॉक और केंद्रपाड़ा के जगतसिंहपुर, महाकल्पपाड़ा और राजनगर और भद्रक में भी तैयार हैं। जेना ने कहा कि सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार शाम से बारिश होने का कारण बनेगा।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने कहा कि राज्य सरकार ने बचाव अभियान के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, हमें राज्य में कोई बड़ा खतरा दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि यह पुरी के पास तट से करीब 100 किलोमीटर दूर से गुजर जाएगा।
हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवाओं के बचाव दल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।