उन्नाव:- सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में बढ़ते सड़क हादसों पर काफी नाराजगी जताई। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को हादसों को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए है। दुर्घटना वाले स्थानों पर उचित प्रबंध न करने पर जिलाधिकारी ने एनएचएआई के अधिकारियों की जमकर क्लास ली। टूटी पुलियों की मरम्मत न कराने और हादसों की वजह बन रहे मानक से अधिक ऊंचे ब्रेकरों को चिह्नित न करने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को भी चेतावनी दी।
जनपद उन्नाव में कलक्ट्रेट में हुई बैठक में जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि अधिकारी हाईवे सहित सभी मार्गों के ब्लैक स्पॉट चिह्नित करके हादसों को रोकने के प्रबंध करें। साइन बोर्ड, मार्ग संकेतक और प्रकाश की व्यवस्था भी करें। एनएचएआई के परियोजना प्रबंधक एनएन गिरि को निर्देश दिया कि एक सप्ताह में काम न हुआ तो कार्यवाही करेंगे। जिलाधिकारी ने ओवरलोडिंग के खिलाफ सघन अभियान चलाने के निर्देश पुलिस, खनिज और परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिए। इमरजेंसी मेडिकल प्लान बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश को दिए। जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि बिना फिटनेस कोई स्कूल वाहन न चलने पाए। साथ ही चालक का लाइसेंस और चरित्र सत्यापन किए बिना स्कूल का वाहन चलाने की अनुमति न दी जाए। एआरटीओ को निर्देश दिए कि मार्ग किनारे खड़े वाहनों पर कतई बख्शा न जाए। उन पर चालान काटने की कार्रवाई तय की जाए। साथ सड़क पर बिना लाइसेंस व फिटनेस के एक भी वाहन नहीं दिखना चाहिए। पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने पुलियों की मरम्मत और ब्रेकरों में सुधार पर जोर दिया। इस दौरान बैठक में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) नरेंद्र सिंह, सीओ सिटी आशुतोष कुमार, एआरटीओ आदित्य त्रिपाठी, डीआइओएस राजेंद्र पांडेय, बीएसए संजय तिवारी आदि उपस्थित रहे।
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जाम और ओवरलोडिंग भी रुकें
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाम की स्थिति, ओवरलोड माल वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही और टोल प्लाजा पर उपलब्ध एंबुलेंस, क्रेनों के संचालन की भी समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए है।