मुंबई में 1034 करोड़ के चॉल घोटाले में ईडी द्वारा संपत्ति जब्त किए जाने के दूसरे दिन शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया पर पलटवार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमैया ने नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विक्रांत के संरक्षण के लिए 50 करोड़ रुपये जुटाकर उसकी हेराफेरी की।
यह पैसा सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया गया। संजय राउत ने कहा कि लोगों ने बड़ी राशि का योगदान दिया। सोमैया ने कहा था कि इसे महाराष्ट्र राजभवन को सौंपा जाएगा।
लोग इसके बारे में सोच रहे थे। हमें राजभवन से सूचना मिली है कि इतनी राशि राजभवन को नहीं सौंपी गई है। पैसा कहां गया ? जब आईएनएस विक्रांत की हालत खराब हुई तो हमारे देश में कुछ लोगों ने मांग की कि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संग्रहालय में बदल दिया जाए।
200 करोड़ रुपये के फंड की जरूरत थी, सरकार इसे उपलब्ध नहीं करा सकी। इसके लिए महाराष्ट्र और पूरे देश में एक आंदोलन शुरू हुआ।
इसमें देवेंद्र फणडवीस ने कहा जब वे हमारे नेताओं के आवास पर अधिकारियों को भेजते हैं, भले ही उनकी कोई गलती न हो, हम कहते हैं कि हम अदालत जाएंगे क्योंकि हमें इस पर भरोसा है।
लेकिन जब ईडी सबूतों के आधार पर कार्रवाई करता है, तो वे बुरे होते हैं।मुझे लगता है कि वह सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष की आदत ऐसी हो चुकी है कि नाकामियों को छिपाने के लिए इस तरह की बात कह रहे हैं।
इस मामले के बारे में ईडी ने बताया कि अभी 11.15 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की गई है. इसमें से 9 करोड़ की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की है, वहीं 2 करोड़ की प्रॉपर्टी संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद संजय ने ट्विटर पर लिखा- असत्यमेव जयते.