केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज ‘आत्मनिर्भर भारत का बजट 2022-23’ पेश कर दिया है। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा है कि ITR में गड़बड़ी को सुधार करने के लिए 2 साल का समय मिलेगा। बता दें कि बजट में इस बार इनकम टैक्स की स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया।
पुराना टैक्स स्लैब ही लागू होगा। यानी टैक्सपेयर्स को इस बार भी बजट में कोई राहत नहीं मिली। लगातार 9वें साल टैक्स स्लैब में सरकार ने नहीं किया बदलाव। आईटीआर में भूल सुधार का नया मैक्निज्म लागू होगा।
साथ ही दिव्यांग के माता-पिता को टैक्स में छूट मिलेगी.कॉर्पोरेट टैक्स को 12 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी करने का एलान कर दिया है। इसके अलावा क्रिप्टोकरंसी से होने वाली इनकम पर 30 फीसदी टैक्स लगा दिया गया है। इसके अलावा वर्चुअल करंसी के ट्रांसफर पर 1 फीसदी TDS भी लगेगा।
कहा गया कि अगर वर्चुअल एसेट को गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है तो टैक्स वह शख्स देगा जिसको वह virtual asset गिफ्ट के तौर पर मिली है। यह भी बताया गया है कि रुपये की डिजिटल करेंसी को इसी वित्त वर्ष चालू किया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि इस बजट से अगले 25 सालों की बुनियाद रखी जाएगी। इस बजट में 16 लाख नौकरियां देने का वादा किया गया है।
साथ ही सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स को 18 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी करने का ऐलान किया है। दिव्यागों को भी कर राहत का ऐलान किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार के कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा लाभों में मदद करने और उन्हें केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों की कर कटौती की सीमा 10% से बढ़ाकर 14% की जाएगी।