जी हां, ओलंपिक के 100 साल से भी लंबे इतिहास में भारत ने आज तक एथलेटिक्स इवेंट्स में कभी कोई पदक नहीं जीता था।भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा से आज पुुरुषों की भाला फेेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक में भारत का तिरंगा ऊँचा लहराया, ये ही नहीं आज इतिहास में पहली बार भारत का राष्ट्र गान अलिम्पिक्स के स्टेडीयम में गूंजा।
एक दशक बाद उसने भारत को दूसरा ओलंपिक स्वर्ण और एथलेटिक में पहला स्थान दिलाया। अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से नीरज ने भारतीय खेल इतिहास में अपना स्वर्णिम स्थान बनाया। ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड जीतने वाले वह दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद नीरज चोपड़ा ने अपना नाम यहां दर्ज किया है। नीरज चोपड़ा के शानदार परफॉर्मेंस के बाद देश में और सोशल मीडिया पर जश्न का माहौल है।पानीपत, हरियाणा में नीरज चोपड़ा के घर पर जश्न का माहौल है।
इसी खुसी में टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक जीतने पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा नीरज चोपड़ा को हमारी नीति के अनुसार 6 करोड़ रुपये और पहली श्रेणी की नौकरी दी जाएगी। हम पंचकूला में एथलीटों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण करेंगे, जहां वह चाहें तो प्रमुख होंगे। अन्य खिलाडिय़ों की तरह उन्हें भी 50 फीसदी रियायत के साथ प्लॉट दिया जाएगा।