हरिद्वार: ‘धर्म संसद’ के विवादित बयान, वसीम रिजवी के भाषण को लेकर हुआ केस दर्ज।

हरिद्वार नगर कोतवाली में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) व कई अन्य के खिलाफ धारा 153a में मुकदमा दर्ज किया है। उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार में आयोजित ‘धर्म संसद’ या धार्मिक सभा के दौरान इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान देने के आरोप में जितेंद्र नारायण त्यागी, जिन्हें पहले वसीम रिजवी के नाम से जाना जाता था, के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जितेंद्र नारायण त्यागी पर इस्लाम को मानने वाले करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करने का आरोप लगाया गया है। भाषण का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया गया। बता दें कि 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में कई संतों के साथ ही बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय भी शामिल हुए थे।

धर्म संसद से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद RTI कार्यकर्ता और टीएमसी नेता ने विरोध दर्ज कराया है। उधर, इस मामले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हरिद्वार के धर्म संसद के संचालकों और वक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

बता दें कि धर्म संसद का आयोजन स्वामी नरसिंहानंग ने कराया था। इस सम्मेलन में वक्ता के रूप में हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष स्वामी प्रमोदानंग गिरि और स्वामी आनंदास्वरूप, साध्वी अन्नपूर्णा शामिल हुए थे।

वहीं बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय पर भी कई आरोप लगे हैं। लेकिन उनका कहना है कि वह सिर्फ 30 मिनट ही कार्यक्रम में रुके थे। मुस्लिमों के खिलाफ विवादित भाषण पर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मुनव्वर फारूकी को उन जोक्स के लिए दंडित किया गया, जो उन्होंने नहीं सुनाए थे।

Share It