प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल की आज बुधवार को विशेष बैठक थी। यह बैठक पीएम आवास पर आज सुबह 11 बजे थी। कैबिनेट की मीटिंग में काफी सारी योजना को आज मंजूरी मिली।
ऑटो उद्योग, ऑटो कम्पोनेंट और ड्रोन उद्योग के लिए पीएलआई योजना को कैबिनेट की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। कोरोना से जूझ रहे ऑटो इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिली है। यह संघर्षरत उद्योग के लिए उत्पादन बढ़ाने के लिए एक बूस्टर के रूप में कार्य करेगा।
सरकार अब बैटरी इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहनों पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है, इसलिए ऑटो सेक्टर पीएलआई योजना का फोकस इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहनों के निर्माण को बढ़ावा देना है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, सरकार ने भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ऑटो उद्योग, ऑटो-घटक उद्योग, ड्रोन उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। पीएलआई योजना में 26,058 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान है, जिसमें से 25,938 करोड़ रुपये ऑटो सेक्टर के लिए और 120 करोड़ रुपये ड्रोन उद्योग के लिए दिए गए हैं।

योजना में 20 उत्पादों को शामिल किया गया है, जिसमें इलेक्ट्रिकल और कन्वेंशनल व्हीकल में लगने वाले कंपोनेंट, दोनों शामिल हैं। पीएलआई योजना के मुताबिक, केंद्र अतिरिक्त उत्पादन पर प्रोत्साहन देगी और कंपनियों को भारत में बने उत्पादों को निर्यात करने की अनुमति मिलेगी।
इसका उद्देश्य प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनाने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करना है। ठाकुर के मुताबिक इससे एडवांस ऑटोमोबाइल सेक्टर को बूस्ट मिलेगा और सात लाख सात हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।