रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट में डीआरडीओ का वैज्ञानिक गिरफ्तार, निजी रंजिश को लेकर वकील को मारना चाहता था।

9 दिसंबर को रोहिणी जिला अदालत में एक कम तीव्रता वाला विस्फोट हुआ था। घटना में एक पुलिस कर्मी घायल हो गया था जिसे तुरंत अस्‍पताल में भर्ती करवाया गया था।

दिल्ली पुलिस ने शनिवार को रोहिणो जिला अदालत के अंदर हुए विस्फोट की साजिश रचने वाले वैज्ञानिक को अरेस्‍ट किया जिस पर वकील को मारने के लिए टिफिन बम लगाने के आरोप है। पुलिस ने बताया कि यह वैज्ञानिक की एक वकील से आपसी रंजिश का मामला है।

कम तीव्रता वाला धमाका कोर्ट रूम नं. 9 दिसंबर को 102 और एक व्यक्ति घायल हो गया। यह विस्फोट 24 सितंबर को एक अलग रोहिणी अदालत कक्ष के अंदर दो लोगों द्वारा जेल में बंद गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या करने के बाद हुआ था, जो वकीलों के वेश में थे, संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा पर सवाल उठा रहे थे।

राकेश अस्थाना ने बताया कि क्राइम सीन से पता चला जो मटीरियल प्रयोग किया गया था, बम बनाने में वो आसानी से उपलब्ध होने वाला मटीरियल था। आईईडी में केवल डेटोनेटर ही ब्लास्ट हुआ था, विस्फोटक में ब्लास्ट नहीं हुआ था। अगर पूरा बम फटता तो बड़ा धमाका होता।

बैग में एक लोगो मिला जो मुंबई की कंपनी थी,पता चला की उस कंपनी का एक गोदाम दिल्ली में भी है। उस कंपनी से जांच में काफी मदद मिली। ब्लास्ट करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल किया गया वो एन्टी ऑटो थेफ्ट रिमोट था, जो गाड़ियों में इस्तेमाल होता है।

बैग से केस से जुड़ी कुछ फाइलें भी मिलीं, उससे भी जांच में काफी चीज़े मिली हैं। इसके बाद भारत भूषण कटारिया को गिरफ्तार किया गया था। जाच में जो वजह सामने आई है उसके मुताबिक डीआरडीओ का साइंटिस्ट अशोक विहार इलाके में ग्राउंड फ्लोर पर रहता है। इसी बिल्डिंग में टॉप फ्लोर पर रोहिणी कोर्ट के वकील अमित वशिष्ठ रहते हैं और पिछले कई साल से इनके बीच कई मुद्दों पर झगड़ा चल रहा है।

दोनों ने एक दूसरे पर कई मुकदमे दर्ज करा रखे हैं लेकिन साइंटिस्ट भारत भूषण इन झगड़ों से तंग आकर वकील को सबक सिखाना चाहता था जिसके लिए इसने एक बड़ी साजिश रची। उसने मार्केट और सोशल शॉपिंग साइट्स से अलग-अलग सामान बम बनाने के लिए खरीदे और उन्हें असेंबल करके ये आईडी बम बना दिया।

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