रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास सुबह दस बजे द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करे। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समीक्षा की बुधवार को शुरू हुई बैठक के फैसले की आज घोषणा किये।

कोविड महामारी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार देशभर में पिछले वर्ष मार्च से सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था। तब हर जगह महामारी के कारण अफरा-तफरी और भय का माहौल था। इसके कारण डेढ़ वर्ष के अन्दर ही भारतीय अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी में तेजी से गिरावट आई। भारतीय रिजर्व बैंक की समय पर घोषित मौद्रिक नीति ने आर्थिक स्थिरता बनाये रखने में मदद की।
भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने और एक उदार मौद्रिक नीति रुख बनाए रखने के फैसले से व्यवसायों और उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा, इंडिया इंक ने शुक्रवार को कहा।
केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को अपेक्षित रूप से ब्याज दरों को 4 प्रतिशत के रिकॉर्ड निचले स्तर पर अपरिवर्तित रखा, क्योंकि उसने मुद्रास्फीति पर आर्थिक पुनरुद्धार का समर्थन करने के लिए चुना था। इसने एक उदार रुख भी बनाए रखा क्योंकि अर्थव्यवस्था को दूसरी COVID लहर के प्रभाव से उबरना बाकी है।