राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार सुबह 09:05 बजे एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से अपने पैतृक गांव परौंख पहुंचें। राष्ट्रपति के स्वागत के लिए परौंख और पुखरायां में तैयारी की गई थी । शनिवार को दोनों स्थानों पर पुलिस और प्रशासन के अफसर तैयारियों को समाप्त करने में जुटे रहे। महामहिम राष्ट्रपति जी जब अपने गांव के पास हेलीकॉप्टर से उतरे तो अपनी जन्मभूमि को प्रणाम किया।
यही जीवन दर्शन की सीख है। इन्हीं मूल्यों को साधकर गांव का बेटा विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का अध्यक्ष बनता है।
भारत में जननी और जन्मभूमि दोनों ही ईश्वर के समतुल्य हैं।
प्रणाम!