यूपी के तीन दिवसीय दौरे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को अपने गृहनगर झिंझक में रुके। एक समारोह में, उन्होंने लोगों से राष्ट्र के लिए एक कर्तव्य के रूप में करों का भुगतान करने का आग्रह किया। हाल में अपनी सैलरी और इनकम टैक्स पर बोलने के बाद से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति कोविंद चर्चा में हैं। कानपुर से पहले राष्ट्रपति कोविंद ने एक सभा में कहा था कि ‘उन्हें जितनी सैलरी मिलती है, उसका आधे से ज्यादा हिस्सा टैक्स में चला जाता है। इससे ज्यादा बचत तो एक टीचर की होती है।’
उन्हें हर माह 5 लाख रुपये का वेतन मिलता है। मैं हर महीने कर के रूप में 2.75 लाख का भुगतान करता हूं। हर कोई कहता है कि मुझे हर महीने 5 लाख मिलते हैं, लेकिन उस पर भी टैक्स लगता है!
इन दिनों अपने गांव के दौरे पर हैं, जिसकी खूब चर्चा हो रही है क्योंकि राष्ट्रपति अपनी पत्नी के साथ पहली बार रेल मार्ग से कानपुर की यात्रा पर गए हुए हैं। पत्नी सविता कोविंद के बुलावे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार शाम बिना किसी बड़े काफिले के अचानक हजरतगंज स्थित छंगामल शोरूम पहुंचे। उन्होंने अपने लिए चिकन का कुर्ता-पैजामा खरीदा और डिजिटली उसकी कीमत चुकाई। इसके बाद वे राजभवन के लिए निकल हो गए। पत्नी, बेटी अपने और रिश्तेदारों के लिए कपड़े खरीदने के बाद शाम 5 बजे राजभवन रवाना हुईं।