राजस्थान के अलवर मे दिल्ली की निर्भया जैसी हैवानियत, कार्यवाही के नाम पर 3दिन से पुलिस खाली हाथ।

देश में गैंगरेप जैसे अपराध थम ही नहीं रहे हैं, आए दिन बेटियां दरिंदों की हवस का शिकार हो रही हैं। अब कांग्रेस शासित राज्‍य राजस्‍थान के अलवर से जघन्य अपराध या कहे रेप कांड सामने आया, जिसने इंसानियत को शर्मसार करके रख दिया है।

अलवर रेप कांड के दुष्कर्मी दरिंदे का अभी तक कुछ पता नहीं है। तो वहीं, हैवानियत के इस घटना को लेकर सियासत तेज होती जा रही है और यह घटना काफी चर्चा में बनी हुई है।

इस मामले ने बीजेपी ने गहलोत सरकार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को घेरना शुरू कर दिया है।पुलिस 64 घंटे बाद भी आरोपियों को नहीं पकड़ पाई। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अहम सुराग मिलने का दावा जरूर किया है।

राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद जो दरिदंगी के बारे में पता चल रहा है, उसे सुनकर रोंगटे खड़े होना लाजमी हैं और यह सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे कि, दरिंदों ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे पुलिया से फेंक दिया।

हालांकि, घटना की जांच के लिए पुलिस घटनास्थल के आस-पास के CCTV फुटेज खंगाल रही है। इस दौरान CCTV फुटेज में पता चला है कि, तिजारा फाटक ओवरब्रिज से शाम 7:00 बजे एक प्राइवेट बस निकलती है, उस समय तक पीड़िता घटनास्थल पर नहीं थी, लेकिन बस के गुजरने के बाद पीड़िता ओवरब्रिज के नीचे पाई गई।

ऐसे में अब पुलिस अधिकारी उस प्राइवेट बस का पता लगाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। पीड़िता की अभी हालत नाजुक बनी हुई है। इधर, अलवर DM ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा है कि जब तक मेडिकल रिपोर्ट नहीं आएगी, तब तक यह कहना मुश्किल है कि नाबालिग से रेप या गैंगरेप हुआ है या नहीं।

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