उन्नाव:- उन्नाव से यूक्रेन पढ़ाई करने गए छात्र-छात्राएं युद्ध के चलते वहां फंस गए हैं। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के जाजमऊ चौकी अंतर्गत अखलाक नगर निवासी 22 वर्षीय यासमीन फातिमा मेडिकल की छात्रा यूक्रेन में फंसी हुई है और यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होने से मेडिकल छात्रा के परिजन चिंतित हैं। सुबह से शाम तक परिजन फोन मिलाते रहे, जिसके बाद शाम के समय छात्रा से बात हुई जिसके बाद परिजनों को कुछ राहत मिली। वही परिजनों ने बेटी को सुरक्षित घर लाने के लिए भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं। अखलाक नगर निवासी हाजी डॉ. नसीम की 22 वर्षीय पुत्री यासमीन फातिमा यूक्रेन में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा है। जनवरी में वह घर आई थी और इसके बाद 2 फरवरी को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए वह घर से यूक्रेन गई थी जहां वह यूक्रेन के खरकीव शहर में बीएन कारजीन कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है और अब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होने के कारण वह वही फस गई है। बेटी का हाल जानने के लिए पिता सुबह से फोन मिला रहे थे लेकिन बेटी से बात नहीं हो सकी। शाम करीब 4 बजे किसी तरह बेटी से बात हुई तो उसने बताया कि यूक्रेन के प्रशासन ने कहा है कि मेट्रो स्टेशन या बंकरो में छिप जाए जिस पर वह अपने सहपाठियों के साथ मेट्रो स्टेशन पर शरण लिए हुए हैं। बेटी से बात होने पर परिजनों ने कुछ राहत ली, लेकिन बेटी को सकुशल अपने वतन वापस लाने के लिए परिजन बराबर भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
जनपद की ही पुरवा कोतवाली क्षेत्र के नगर के पश्चिम टोला मोहल्ला की रहने वाली 19 वर्षीय श्रुति भी यूक्रेन में फंसी हुई है। वह यूक्रेन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट रोबोट कमांडों की पढ़ाई करने गई थी। छात्रा के फंसे होने पर पिता ने पीएमओ ऑफिस और यूक्रेन में भारतीय दूतावास में फोन किया और पीएम ऑफिस और विदेश मंत्रालय में फोन कर मदद मांगी है और सभी जगहों से उसके सुरक्षित होने की बात बताई गई और शीघ्र ही देश भिजवाने की बात कही गई है। पुरवा कस्बे के पश्चिम टोल निवासी अरुण गुप्त के दो बेटियां हैं जिसमें बड़ी बेटी श्रुति 19 और छोटी बेटी पूजा 10 हैं। श्रुति एक साल से यूक्रेन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोबोट कमांडो की पढ़ाई करने यूक्रेन के कारशीव शहर गई थी और वहीं रहकर वह इंजीनियरिंग कर रही थी। छात्रा के पिता ने बताया कि सुबह बेटी से बात हुई थी। बेटी ने बताया कि वह छात्र और छात्राओं के साथ बंकर में सुरक्षित है और बहुत घबराई हुई है। छात्रा के पिता कुवैत में प्राइवेट नौकरी करते हैं।
उन्नाव शहर के दही थाना क्षेत्र के ग्राम कोईथर के रहने वाले जगन्नाथ वर्मा का बेटा कुलदीप यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गया था। परिजनों के मुताबिक वहां के एयरपोर्ट पर रूसी सैनिकों का कब्जा हो गया है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन में पढ़ाई करने गया बेटा कुलदीप भी फंस गया है जिसको लेकर परिवार का रो-रो कर बुरा है उसके पिता जगदीश वर्मा के मुताबिक बेटे की पढ़ाई का चौथा साल चल रहा है और कुलदीप जनवरी 2021 में अपने गांव आया था और अगस्त में पढ़ाई की वजह से यूक्रेन वापस चला गया था। पिता जगन्नाथ ने बताया कि बेटे को वापस भारत लाने के लिए उन्नाव सांसद साक्षी महाराज से कहा है।