मिथिला क्षेत्र को बिहार से अलग राज्य बनाने का मुद्दा फिर एकबार चर्चा में है, आपको बता दें कि 15 नवंबर 2000 में बिहार से झारखंड अलग होने के बाद मुख्यतः बिहार को तीन भाषायी क्षेत्रों में बाँटा जा सकता है, मिथिला, मगध और भोजपुरी।

अब फिर एकबार मिथिला क्षेत्र को बिहार से अलग करने की माँग तेज हो गई है, मिथिला के विकास के आंकड़ो को यदि देखा जाए तो यह स्पष्ट है कि मिथिला के साथ सरकारी योजनाओं एवं संरचनात्मक विकास में पक्षपात किया गया है, वंही मिथिला के स्थानीय युवाओं का कहना है कि ” बिहार सरकार मिथिला के साथ हमेशा से पक्षपात करती रही है, सभी सरकारों ने केवल मिथिला के साथ धोखा किया है । यँहा के सभी औद्योगिक कारखानों को बंद कर दिया गया, सभी चीनी मील, जूट मील, सूत मील सब बंद पड़े हैं युवा बेरोजगार है ।इतना ही नहीं पूरे बिहार में सर्वाधिक पलायन मिथिला से होता है।

वंही यदि हम मिथिला के भौगोलिक क्षेत्र की बात करें तो विकिपीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान बिहार के 24 जिले और झारखंड के 6 जिले को मिथिला का क्षेत्र माना गया है।