मार्च महीने में कलेक्शन अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते महीने 1.42 लाख करोड़ कलेक्शन हुआ है। यह अब तक का रिकॉर्ड है।
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी में जीएसटी कलेक्शन सबसे ज्यादा 1,40,986 करोड़ रुपये रहा था। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
मार्च 2022 के लिए राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 15 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, राजस्व में सुधार इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर को ठीक करने के लिए परिषद द्वारा किए गए विभिन्न दर युक्तिकरण उपायों के कारण भी हुआ है।
मार्च के दौरान, माल के आयात से राजस्व में साल-दर-साल 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से प्राप्तियों में वर्ष-दर-वर्ष 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
फरवरी 2022 के महीने में उत्पन्न ई-वे बिलों की कुल संख्या 6.91 करोड़ है, जबकि छोटा महीना होने के बावजूद यह बढ़त रही, जबकि जनवरी 2022 में ई-वे बिल (6.88 करोड़) रहा। राज्य-वार, महाराष्ट्र में सबसे अधिक जीएसटी संग्रह 20,305 करोड़ रुपये, इसके बाद गुजरात (9,158 करोड़ रुपये), कर्नाटक (8,750 करोड़ रुपये), तमिलनाडु (8,023 करोड़ रुपये), हरियाणा (6,654 करोड़ रुपये) और उत्तर प्रदेश 6,620 करोड़) रहा।
इससे साफ है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी समेत अन्य विपरीत कारकों के बावजूद भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का भरोसा कायम है।