महाराष्ट्र: बीएमसी ने 2022-23 के लिए 3370.24 करोड़ रुपये का शिक्षा बजट प्रस्तावित किया है।

कोरोना संकट के बीच बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल आज वर्ष 2022-23 का बजट पेश किये। कमिश्नर चहल सुबह 11 बजे स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव को ऑनलाइन बजट सौपें। अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी भिडे 10 बजे शिक्षा बजट शिक्षा समिति अध्यक्ष संध्या दोषी को सौपीं गई।

बता दें कि बीएमसी ने 2022-23 के लिए 3370.24 करोड़ रुपये का शिक्षा बजट प्रस्तावित किया है, जबकि पिछले साल यह 2945.78 करोड़ रुपये था। BMC 6831 शिक्षकों की मदद से दो लाख 42 हजार 899 छात्रों को हिंदी, मराठी, गुजराती, उर्दू, इंग्लिश, तेलगु, तमिल, और कन्नड़ भाषा में शिक्षा दे रही है।

BMC के शहर भर में 964 प्राइमरी स्कूल हैं। जबकि 243 सेकेंडरी स्कूलों में 1383 शक्षकों के जरिये 48 हज़ार 209 छात्रों को एजुकेशन दी जा रही है। BMC 81 टीचरों की मदद से 730 दिव्यांग बच्चों को 17 स्कूलों में शिक्षा दे रही है।

वर्चुअल ट्रेनिंग सेंटर में प्राइमरी के लिए करीब 26 करोड़ और सेकंडरी के लिए 11 करोड़, कुल 37 करोड़ खर्च करने का प्रावधान रखा गया है। डिजिटल क्लास के लिए BMC अब कुल 28 करोड़ खर्च करेगी। महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग, 4300 लड़कियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग, पांचवीं से नौवीं तक की छात्राओं को रोड सेफ्टी जानकारी देने के लिए करीब 18 लाख का प्रावधान रखा गया है।

BMC की फ्री बस सुविधा के लिए करीब 4 करोड़ खर्च करने का प्रावधान रखा गया है। मुंबई में स्कूलों को बढ़ाने और शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए BMC ने 419 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया है। BMC के शहर में 467 स्कूल हैं। जिनमें कई इमारतों का दुरुस्तीकरण किया जा रहा है।

इनमें से कुछ के पुनर्निर्माण कार्य के मार्च 2022 तक पूरा होने के आसार हैं। BMC स्कूलों की री- ब्रांडिंग मुंबई पब्लिक स्कूल के नाम से की जाएगी। जिन पर एमपीएस(MPS) का लोगो होगा। BMC के 326 स्कूलों की री- ब्रांडिंग की जाएगी, जबकि 93 इमारतों पर एमपीएस का लोगो लगाया जाएगा ।

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