लखनऊ के रुसेना गांव के निवासी मछुआरे रामविलास अपनी माँ का शव गुरुवार सुबह मछली पकड़ने के जाल में पाये। मछुआरे रामविलास ने रहीमाबाद के बेतहा नाले में मछली पकड़ने के लिए बुधवार रात को जाल बिछाया था जब गुरुवार की सुबह जब वह नाले के पास पहुंचकर जाल खींचने की कोशिश की तो वह जाल काफी वजनदार था उसके काफी प्रयास के बाद जब जाल ऊपर खींचा तो उसमें मछली की जगह उसकी मां फंसी मिली।
उसने देखा कि उसकी माँ की साँस चली गई थी, जिसे देख रामविलास चिल्ला कर रोने लगा.तभी आस पास के गांव वाले भी घटना स्थल में आ गए। पुलिस के पूछताछ करने पर रामविलास ने बतया कि 70 साल की रामकली यानि उसकी माँ का रुसेना गांव के बाहर खेत है और वह खेतों की सब्जी की रखवाली के लिए वह वहीं पर रहती थी।
और रामविलास खुद खेत के पास स्थित बेतहा नाले में मछली पकड़ने का काम भी करता है। रामविलास के बयान के मुताबिक, बुधवार रात वह अपनी मां को खाना देने गया था उसके बाद वह नाले में मछली फंसाने के लिए जाल लगाया और इसके बाद वह अपने घर वापस चला गया।
वापस दूसरे दिन सुबह उठकर खेत अपनी माँ से मिलने गया तो वाहन उसकी माँ नहीं थी तो उसने सोचा उसकी माँ कुछ काम से कही गई होगी यह सोच वह बेतहा नाले के तरफ निकल गया और रात में जाल बिछाई थी उसे ऊपर किया तो उससे उसकी माँ निकली। और जब तक उसने अपनी माँ को निकला तबतक उसकी सांसें थम चुकी थी।
रामविलास के हिसाब से किसी ने उसकी मां की हत्या कर नाले में शव फेंकने की आशंका जाहिर की है। क्योकि जब रामकली के शव को जब जाल से बाहर निकाला गया तो उसके चेहरे के आसपास खून निकल रहा था। वहीं शरीर पर कई कुछ गहरे चोट के निशान भी थे। उसके मुताबिक, छह महीने पहले भी खेत में उसकी माँ की हत्या की कोशिश की गई थी।
जिसके अनुसार उसस्की माँ का गला दबाकर उसे मारने का प्रयास किया था। परिवारीजनों ने गांव के एक व्यक्ति के खिलाफ तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। इस बयान को मद्देनजर रखते हुए फिलहाल पुलिस अपने तरह से मामले की जांच कर रही है।