भारत में ट्रेंड हुआ BoycottHyundai: वायरल ‘विवादित पोस्ट’ पर हुंडई की सफाई, कहा- भारतीय राष्ट्रवाद का करते हैं सम्मान।

पाकिस्तान 5 फरवरी को कश्मीरी एकता दिवस मनाता है। इस दिन साउथ कोरियाई कार निर्माता कंपनी हुंडई (Hyundai ) और किआ (Kia) की पाकिस्तानी इकाई के सोशल मीडिया हैंडल पर कश्मीर की आजादी से जुड़े पोस्ट वायरल होने के बाद भारत में यूजर्स भड़क उठे।

क्या भारत में काम कर रही बहुराष्ट्रीय कंपनी देश के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन कर सकती है? भारत की अखंडता के खिलाफ पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को बढ़ावा दे सकती है? सबसे अहम क्या ऐसा करते हुए यह भारत में कारोबार भी कर सकती है?

यह सवाल सोशल मीडिया पर लोगों ने कार कंपनी ‘ह्यूंडई’ और उसकी 33 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली कंपनी ‘कीया मोटर्स’ से किए। वजह, इन कंपनियों को पाकिस्तान यूनिटों ने रविवार को ‘कश्मीर को की दुआ’ के साथ आतंकवाद व भारत विरोधी गतिविधियों का समर्थन किया।

ह्यूंडई इंडिया से हजारों यूजर्स ने इसका जवाब दिया तो कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन ब्लॉक करना शुरू कर दिया। लोगों का गुस्सा बढा और और यूजर्स ने ह्यूंडई की कारों के बहिष्कार करने की घोषणा की। इसके बाद रविवार सुबह से ही Twitter, Google और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर BoycottHyundai ट्रेंड होने लगा।

एक यूजर ने लिखा- 2021 में हुंडई मोटर्स की कारों की बिक्री। भारत में 5 लाख 50 हजार, जबकि पाकिस्तान में 8 हजार। इसके बावजूद हुंडई ने अपने पाकिस्तानी हैंडल के जरिए भारत को चोट पहुंचाई है।

या तो वे बेहद मूर्ख हैं या फिर उनमें बिजनेस सेंस की कमी है। हो सकता है कि उनकी पीआर टीम किसी लायक नहीं, जिसने उन्हें बायकॉट हुंडई के कगार पर खड़ा कर दिया।

बॉयकॉट के ट्रेंड के बाद Hyundai Motor India रविवार रात सफाई पेश किया। दक्षिण कोरियाई वाहन कंपनी की इंडियन सब्सिडियरी ने बयान जारी कर कहा कि वह भारतीय राष्ट्रवाद का सम्मान करती है। कंपनी ने भारत को Hyundai Brand के लिए दक्षिण कोरिया के बाद दूसरा घर भी करार दिया। Hyundai Motor India ने बयान में कहा कि वह भारतीय बाजार के लिए लंबे समय से कमिटेड है।

कंपनी ने कहा, 25 साल से ज्यादा समय से हम भारतीय बाजार के लिए कमिटेड हैं और राष्ट्रवाद की ठोस भावना के साथ मजबूती से खड़े हैं। हमें सोशल मीडिया के एक ऐसे पोस्ट से जोड़ा जा रहा है, जिससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि हुंडई पहला ब्रांड नहीं है, जिसे किसी पोस्ट या एड के कारण बायकॉट झेलना पड़ा है।

इसके पहले डाबर को फेम क्रीम गोल्ड ब्लीच के बायसेक्सुअल करवाचौथ एड के लिए बायकॉट किया गया था। सर्फ एक्सेल के होली वाले एड, सिएट मोटर्स के पटाखे वाले एड और फैब इंडिया जश्न-ए-रिवाज एड को भी बायकॉट झेलना पड़ा था।

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