भारत बायोटेक के यूएस पार्टनर Ocugen ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए Covaxin के इस्तेमाल पर मंजूरी मांगी !

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के यूएस पॉर्टनर ओक्यूजेन (Ocugen) ने अमेरिका में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति मांगी है। शुक्रवार को ओक्यूजेन ने बताया कि दो साल से 18 साल के बच्चों के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) से अनुमति मांगी है।

बता दें कि कोवैक्सीन का निर्माण भारत में किया गया है। अनुमति के लिए ये आवेदन भारत बायोटेक द्वारा भारत में 2-18 साल की उम्र के 526 बच्चों पर कोवैक्सिन के दूसरे तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजों पर आधारित हैं। कंपनी ने बच्चों को 28 दिनों के अंतराल पर वैक्सीन की दोनों डोज लगाई।

कंपनी के मुताबिक बच्चों पर भी उतनी ही प्रभावशाली मिली है, जितना कि 18 वर्ष अधिक उम्र वाले लोगों पर मिली है। टीके के असर को जानने के लिए भारत में करीब 25,800 वयस्कों पर किए गए तीसरे चरण के नतीजे का भी उल्लेख किया गया है। ओक्यूजेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सह-संस्थापक तथा बोर्ड के अध्यक्ष शंकर मुसुनूरी ने कहा कि बाल चिकित्सा उपयोग को लेकर अमेरिका में टीके का आपातकालीन उपयोग इस्तेमाल के लिए आवेदन देना टीके को उपलब्ध कराने और कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्होंने कहा कि कुछ अध्ययन से यह विचार सामने आया है कि लोग खुद के लिए और खासकर अपने बच्चों के लिए टीका के चयन में और विकल्प चाहते हैं। नए किस्म के टीका के उपलब्ध होने से लोग डॉक्टरों से परामर्श कर अपने बच्चों के लिए बेहतर फैसला कर पाएंगे। हाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोवैक्सीन के आपाकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी।

आपको बता दें कि कोवैक्सीन का निर्माम भारत बायोटेक और ICMR ने मिलकर किया है। ये वैक्सीन पूरी तरह से भारत में निर्मित है। क्लीनिकल ट्रायल में ये वैक्सीन करीब 78 फीसदी प्रभावशाली पाई गई है। बुधवार को कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपातकालीन स्वीकृति मिली है।

वहीं दुनियाभर के 17 देशों में इस वैक्सीन के इस्तेमाल की पहले ही अनुमति मिल चुकी है और भारत में ये वैक्सीन लाखों लोगों को लगाई जा चुकी है। कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि भारत बायोटेक के टीके को आपात उपयोग के लिए मंजूरी देने से टीकों की उपलब्धता बढ़ी है। जो कोरोना महामारी को समाप्त करने के लिए हमारे पास सबसे प्रभावी चिकित्सा साधन है।

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