पोस्ट कोविड सिम्पटम में सांस लेने में दिक्कत, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी ,बीमारी ठीक होने के बाद भी ऐसे लक्षण क्यों ?

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल द लांसेट फ्राइडे में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि कोविड-19 के लिए अस्पताल से छुट्टी मिलने वाले लगभग आधे मरीज अभी भी कम से कम एक लगातार लक्षण से पीड़ित हैं। इनमें सबसे ज्यादा थकान के मामले हैं और दूसरा मांसपेशियों में कमजोरी की समस्या। अब तक के सबसे बड़े अन्वेषण में कहा गया है कि डायग्नोसिस के एक साल बाद भी तीन में से एक रोगी में सांस की तकलीफ पाई गई है।

स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर रूप से बीमार रोगियों में यह संख्या और भी अधिक देखी गई है। इसे पोस्ट कोविड सिम्पटम भी कहा जाता है। मैक्स अस्पताल, वैशाली में पल्मनॉलॉजी के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ. शरद जोशी कहते हैं, “कोविड-19 से ठीक होने के बाद हमारे पास कई मरीज़ आ रहे हैं। उन्हें थकान, साँस लेने में परेशानी, चक्कर आना और बेहोशी जैसे समस्याएँ हो रही है। कई लोगों में स्वाद का ना आना और गले में ख़राश की दिक़्क़त भी बनी रहती है।

”डॉ. शरद जोशी बताते हैं, “जिन लोगों में कोविड-19 के संक्रमण के कारण एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) हो जाता है यानी फेफड़े ठीक से काम नहीं करते, उनमें पल्मनरी फ़ाइब्रोसिस की समस्या हो सकती है। पल्मनरी फ़ाइब्रोसिस में फेफड़ों की ऑक्सीजन लेने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे मरीज़ों को सांस फूलने की परेशानी लंबे समय तक रह सकती है। ज़्यादा गंभीर स्थिति में घर में ऑक्सीजन भी लेनी पड़ सकती है।”

तो अब आप पूछेंगे कि बीमारी ठीक होने के बाद भी ऐसे लक्षण क्यों?
तो हम आपको बात दें कि डॉक्टरों के मुताबिक़ ऐसा होना कोई नई बात नहीं है। ऐसा दूसरे वायरस के मामलों में भी होता है। इसके कारण को लेकर डॉ. शरद जोशी ने बताया, “वायरस से लड़ने के लिए शरीर में बने एंटीजन इम्यून सिस्टम में इस तरह के बदलाव कर देते हैं, जिससे इम्यून सिस्टम अति प्रतिक्रिया करने लगता है। इसी कारण बुख़ार, बदन दर्द और अन्य समस्याएँ होने लगती हैं।

शरीर में इनफ्लेमेट्री रिएक्शन होने लगता है जो पूरे शरीर पर प्रभाव डालता है। ऐसे में वायरस ख़त्म होने के बाद भी इनफ्लेमेट्री सेल्स और केमिकल बने रहते हैं। इम्यून सिस्टम की इस प्रतिक्रिया के कारण ही लक्षण बने रहते हैं।

” लेकिन, कुछ मामलों को छोड़ दें तो ये लक्षण हमेशा के लिए धीरे-धीरे ठीक भी हो जाते हैं। कोरोना वायरस ठीक होने के बाद के लक्षण ठीक होने में हफ़्तों से लेकर दो से छह महीने भी लग सकते हैं ”।

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