आज वाहन परिमार्जन नीति का शुभारंभ भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। गुजरात में वाहन स्क्रैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए निवेशक शिखर सम्मेलन संभावनाओं की एक नई श्रृंखला खोलता है। अगर आप निजी या कमर्शियल वाहन का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके काम की है।
वाहन स्क्रैपिंग नीति के तहत वाहन स्क्रैपिंग बुनियादी ढांचे को बनाने के लिए निवेश आमंत्रित करना इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है। समिट का एजेंडा वाहन स्क्रेपिंग का मुद्दा होगा, जिसके बुनियादी ढाचे को स्थापित कर निवेशकों को आमंत्रित करने की कोशिश होगी ताकि प्रदूषण और लोगों पर बोझ भी कम हो जानकारी के मुताबिक इस समिट में निवेशक, इंडस्ट्री के एक्सपर्ट, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संबंधित मंत्रालय भी इस इन्वेस्टर समिट में शामिल होंगे।
सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय और गुजरात सरकार द्वारा किया जा रहा है।
स्क्रैप पॉलिसी के तहत 15 और 20 साल पुराने वाहनों को स्क्रैप यानी कबाड़ कर दिया जाएगा। कमर्शियल गाड़ी के लिए 15 और निजी गाड़ी के लिए 20 साल का समय थय किया गया है। टोमेटेड फिटनेस सेंटर का संचालन प्राइवेट कंपनियां करेंगी और इन्हीं निवेशकों को लुभाना इस समिट का एक बड़ा एजेंडा भी है।
स्क्रैप पॉलिसी की फायदे की बात करें तो बता दें कि इसके तहत वाहन मालिकों को आर्थिक नुकसान का सामना कम करना होगा, इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाएं कम होगी और मानव जीवन सुरक्षित होगा। पुराने वाहनों के स्क्रैप से प्रदूषण कम होगा। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार ने अगले 5 सालों में 2 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा है।