पशुपतिनाथ मंदिर में मुस्लिम नाहरू भाई ने लगा दिया देश का सबसे वजनी घंटा, अफसर-इंजीनियर हुए फेल।

पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर 3700 किलो वजनी एक महा घंटा लगाया गया है। इसकी कई खासियत हैं। जितना बड़ा यह घंटा है उतनी बड़ी कहानी इसे बनाने ओर स्थापित करने की है। महाघंटा घर घर से पीतल और तांबे के बर्तन इकट्ठा करके अहमदाबाद की एक कंपनी ने बनाया है।

जितनी बड़ी विशाल प्रतिमा यहां पर पशुपतिनाथ की है उतना ही विशाल यह घंटा है। पिछले दो सालों से यह बनकर मंदिर परिसर में ही रखा हुआ था क्योंकि 37 क्विंटल के इस घंटे को लटकाने का खतरा मोल लेना नहीं चाहता था। इस बीच मंदसौर के कलेक्टर गौतम सिंह ने इसे मंदिर में लगवाने का फैसला लिया और नाहरू खान नाम के शख्स को बुलवाया।

उस शख्स ने मंदिर में घंटे को लटकाने के लिए  दस दिन का समय मांगा। नाहरू खान ने दिमाग का इस्तेमाल कर इस काम को आखिरकार कर दिया। 36 लाख रुपए की लागत से बने इस घंटे को 10 कारीगरों ने 6 महीने में तैयार किया है। महा घंटे को बनाने के बाद डेढ़ महीने तक इसे जमीन में दबाकर रखा गया, ताकि इसे प्राकृतिक ठंडक में ढाला जाए।

करीब 36 लाख रुपए की कीमत से बने घंटे के लिए 25 क्विंटल तांबा-पीतल दान में मिला था। सहस्र शिवलिंग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महा घंटे का भी उद्घाटन करेंगे। प्रदेश की बात करें तो दतिया में रतनगढ़ माताजी मंदिर में 1635 Kg का घंटा स्थापित है।

घंटे को पशुपतिनाथ मंदिर लाकर व्यवस्थित रखा गया। महा घंटे को जब स्थापित करने की बारी आई तो फिर समस्या थी। जब सब फेल हो गए तब शहर के जाने माने मुस्लिम समाजसेवी नाहरू भाई की मदद ली गई। कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि जब मैं मंदसौर आया तो महा घंटे को देखकर आश्चर्य चकित था।

घंटे को परिसर में स्थापित करने का काम बहुत मुश्किल था लेकिन नाहरू भाई ने इस काम को बहुत ही आसान कर दिया। मंदसौर की भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा भी विशाल है। इस मंदिर की ख्याति दूर तक फैली हुई है. मंदिर के विस्तारीकरण की दिशा में शिवना नदी से ही निकली सहस्त्रेश्वर महादेव की प्रतिमा भी मंदिर परिसर में स्थापित होने जा रही है।

पशुपतिनाथ महादेव के अलावा सहस्त्रेश्वर महादेव के दर्शन करने का भी सौभाग्य मिलेगा और महा घंटा के दर्शन और घंटा बजाने का भी लोग आनंद उठा सकेंगे।

नाहरू खान ने कहा कि मंदसौर की जनता को मेरे ऊपर बहुत विश्वास है कि नाहरू भाई जो काम करेंगे वह अच्छा ही करेंगे, मैं कलेक्टर और विधायक जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और यह काम मेरे सुपुर्द किया। मैं दूसरी कक्षा तक ही पढ़ा हुआ हूं लेकिन प्रैक्टिकल नॉलेज मुझे ज्यादा है।

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