पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शनिवार शाम 4 बजकर 40 मिनट पर राज्यपाल बीएल पुरोहित को पूरे मंत्रिमंडल का भी इस्तीफा सौंपा। इसके बाद चंडीगढ़ में करीब साढ़े 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। शनिवार को हुई विधायक दल की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को फैसला लेने का अधिकार दे दिया गया है।
इस बीच, सूत्रों के मुताबिक पंजाब में सरकार बनाने का फॉर्मूला तय कर लिया है। पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पर बीजेपी स्टाइल में हमला किया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी अमरिंदर ने जहां अपने प्रतिद्वंद्वियों शिरोमणि अकाली दल (SAD) और अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी पर सीधे-सीधे हमला किया।
वहीं, भाजपा के प्रति उनका रवैया सॉफ्ट रहा। अमरिंदर के इस रुख के कारण 2015 में यहां तक दावा किया जाने लगा था कि वह भगवा पार्टी से जुड़ सकते हैं। हालांकि, उन्होंने बाद में ऐसी अटकलों को खारिज कर दिया था। अब जिस तरह से उन्होंने सिद्धू पर हमलावर तेवर अख्तियार किए हैं, दोबारा उनके भाजपा से जुड़ने की अटकलें लगने लगी हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में कौन बनेगा कांग्रेस का नया सीएम इसको लेकर अटकलें जारी हैं। खबरों की मानें तो नए CM की रेस में सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे है। सुनील जाखड़ नवजोत सिंह सिद्धू से पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष थे। वे कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी करीबी माने जाते हैं।

इधर, नवजोत सिंह सिद्धू की दावेदारी भी बनी हुई है। हालांकि, सूत्र के मुताबिक अंतिम क्षणों में कांग्रेस भी बीजेपी की तरह चौंका सकती है। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे बलराम जाखड़ के पुत्र सुनील चार साल तक पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनकी पार्टी के सभी विधायकों पर अच्छी पकड़ भी है। ऐसे में वह इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं।