पंजाब में चुनाव की तारीखों के ऐलान होते ही भाजपा ने सक्रियता बढ़ा दी है। पंजाब के चार बड़े नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। दो बार के पूर्व विधायक और बिजनेस अरविंद खन्ना बीजेपी में शामिल हुए हैं। संभावना है कि वह संगरूर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
इसके अलावा अकाली दल के नेता गुरदीप सिंह दोशा ने भी भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया है। खन्ना कैप्टन के खास रिश्तेदार हैं। खन्ना पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बुआ के बेटे हैं।
चर्चा थी कि खन्ना को 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर में होने वाली रैली में बीजेपी की सदस्यता लेनी थी। मगर, कार्यक्रम रद्द होने से बीजेपी में एंट्री नहीं हो पाई थी। इसके अलावा, यूथ अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष गुरदीप सिंह गोशा ने भाजपा जॉइन कर ली है। इससे पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था।
अमृतसर से पूर्व पार्षद धर्मवीर सरीन, पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहरा मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष कंवर सिंह टोड़ा का नाम भी शामिल है। इससे पहले कांग्रेस के विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने भी कांग्रेस को अलविदा कहा है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जीएस शेखावत ने कहा कि पंजाब के फिरोजपुर में किसी भी राजनीतिक रैली में अब तक सबसे ज्यादा लोग शामिल होने आ रहे थे।
लेकिन राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मिलीभगत से ना सिर्फ जनता, बल्कि पीएम को भी रैली में शामिल होने से रोक दिया। इसने भाजपा कार्यकर्ताओं के संकल्प को ही मजबूत किया है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ”अरविंद खन्ना के अलावा शिरोमणि अकाली दल के नेता गुरदीप सिंह गोशा, पटियाला शहर के बड़े नेता कंवर सिंह और अमृतसर से धर्मवीर सरीन भी हमारे साथ जुड़ रहे हैं। हमारा कुनबा लगातार बड़ा हो रहा है और हमें उम्मीद है कि हम लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे।”
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर लड़ रही है। इन दलों के बीच हालांकि अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। लेकिन यह साफ है कि बीजेपी पहली बार पंजाब में 50 से ज्यादा सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ती हुई नज़र आएगी।