गोवा में 24 जुलाई की रात कोलवा समुद्र तट पर दो नाबालिग लड़कियों के साथ रेप की घटना हुई। सुचना मिली है की 4 लोगों ने मिलकर 14 साल की लड़की का रपे किया। इस पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि माता-पिता को खुद ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे देर रात कहां जा रहे हैं। माता-पिता को इस बात पर आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि उनके बच्चे अंधेरा होने के बाद रात में समुद्र तटों पर क्यों घूमते हैं।
जब 14 साल की लड़की बीच पर रात बिताती है तो माता-पिता को भी आत्मनिरीक्षण करना होता है। उन्हें भी इसका ध्यान रखना चाहिए। इसी बयान पर विपक्ष दल ने बवाल खड़ा कर दिया है और मुख्यमंत्री को घेर रहा है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि राज्य के नागरिकों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पुलिस और सरकार की है, अगर वो ऐसा करने में सक्छम न हो तो उन्हें मुख्यमंत्री पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
निर्दलीय विधायक रोहन खाउंते ने ट्वीट कर के कहा है कि ये हैरान करने वाला है कि मुख्यमंत्री बच्चों के अभिभावकों पर दोष लगा रहे हैं। अगर राज्य सरकार नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो कौन देगा। गोवा हमेशा से ही महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है, परन्तु बीजेपी सरकार के अंतर्गत अब ऐसा कुछ नहीं रहा।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बयान पर आपकी क्या राय है ?