दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी का विरोध प्रदर्शन के वजह से दिल्ली की सड़कों में लगी भीषण जाम।

दिल्ली में लागू नई आबकारी नीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली प्रदेश इकाई ने चक्‍का जाम शुरू कर दिया है। भाजपा ने चक्‍का जाम के लिए दिल्‍ली के 15 स्‍थानों को चुना है। वहीं, भाजपा के चक्‍का जाम का असर दिल्‍ली में दिखाई देने लगा है और अक्षरधाम, आज़ादपुर, ITO, आईएसबीटी और वेलकम चौक समेत कई जगह जाम लग गया है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आज तक जहां शराब की दुकानें नहीं खुली थी वहां अरविंद केजरिवाल ने दुकानें खुलवा दी हैं।उन्होंने कहा कि, दिल्ली का हर व्यक्ति और हर महिला नई शराब नीति से परेशान है क्योंकि उनके घर के बगल में शराब के ठेके खुल रहे हैं।

उन्होंने कहा केजरीवाल पंजाब में शराब बंदी पर रोक लगाने की वकालत कर रहे हैं और दिल्ली को शराब नगरी बनाने में लगे हुए हैं। ऐसे में भाजपा चुप बैठने वाली नहीं है। भाजपा शराब नीति के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है और आज पूरी दिल्ली में चक्का जाम है।

यह वही केजरीवाल हैं जो स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बनाने की बात करते थे। दरअसल दिल्‍ली भाजपा ने रविवार को राजधानी में अरविंद केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ चक्‍का जाम का ऐलान किया था। आदेश गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, “दिल्ली सरकार अपनी नई आबकारी नीति के तहत शहर भर में अवैध रूप से शराब की दुकानें खोल रही है।

रिहायशी और धार्मिक स्थलों के पास दुकानें खोली जा रही हैं। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि नयी शराब नीति वापस नहीं ले ली जाती।”

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने और ट्रैफिक संचालन शुरू करने का प्रयास कर रही है। दिल्ली सरकार की इस नई नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया।

विरोध प्रदर्शन के कारण यात्रियों को हो रही परेशानी के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि यह एक सार्वजनिक आंदोलन है और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की नयी आबकारी नीति से छुटकारा पाने के लिए लोग इसे सहन करने के लिए तैयार हैं।

बीजेपी का कहना है कि सरकार को इस शराब नीति को वापस लेना ही पड़ेगा। दिल्ली के लोग सड़कों पर आ गए हैं और इस नीति का विरोध कर रहे हैं। गली-गली में शराब के ठेके खोले जा रहे हैं। पहले ढाई सौ प्राईवेट ठेके थे अब उनकी संख्या बढ़कर 850 हो जाएगी और अगर बैंक्वेट हॉल, बार, एयरपोर्ट या बाकी जगह जहां शराब के ठेके खुले जाएंगे तो ये संख्या बढ़कर लगभग तीन हजार हो जाएगी।

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