सुप्रीम कोर्ट में आज (मंगलवार) तीन महिला न्यायाधीशों ने शपथ ली। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में अब कुल चार महिला न्यायाधीश हो गई हैं, जो इतिहास में पहली बार हुआ है। जस्टिस नागरत्ना के रूप में सुप्रीम कोर्ट को पहली बार महिला मुख्य न्यायाधीश मिलेगी। नौ नए जजों ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के रूप में शपथ ली. भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने अपने सहयोगियों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
एक तस्वीर में वह सुप्रीम कोर्ट की चार मौजूदा महिला जजों जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जस्टिस बी वी नागरत्ना, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी के साथ नजर आ रहे हैं। जस्टिस नागरत्ना, कोहली और त्रिवेदी ने आज शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट में अब तक महिला जजों की सबसे अधिक संख्या है। कुल 33 जजों में 4 महिला जजों का शामिल होना अपने आप में ऐतिहासिक है।
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में अब तक 11 महिला न्यायाधीश हो चुकी हैं। जस्टिस बी वी नागरत्ना ने मंगलवार को शपथ लेते ही कर्नाटक हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट की जज बनते ही एक साथ कई इतिहास रच दिए। जस्टिस बीवी नागरत्ना वरिष्ठता के क्रम में 2027 में देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनेंगी। इसी के साथ भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब चीफ जस्टिस के पद पर कोई महिला जज आसीन होगी।