कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई में चल रहे सियासी संकट के बीच राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को फिर दिल्ली आ गए और राहुल गांधी से मुलाक़ात की है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस से जुड़ी सियासी उठापठक को लेकर चर्चा हुई है। बैठक में क्या नतीजा निकला, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। दिल्ली जाने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर सीएम बघेल दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शक्ति प्रदर्शन से कांग्रेस हाईकमान नाराज है।
कांग्रेस ने बघेल से सत्ता परिवर्तन को तैयार रहने को कहा था। भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ना चाहते हैं। बघेल ने दावा किया कि कुर्सी से हटा तो सरकार गिर जाएगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पिछले 5 दिनों से भूपेश बघेल को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा कहा जा रहा है कि उन्हें अपने द्वारा किए गए वादे का सम्मान करना है, लेकिन बघेल जाने के लिए तैयार नहीं हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता की कमान को लेकर चल रही अंदरूनी रस्साकशी में हस्तक्षेप करते हुए पार्टी हाईकमान ने दोनों नेताओं को आपसी मतभेद दूर करने को कहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ भूपेश बघेल और सिंहदेव की हुई लंबी बैठक में सूबे के दोनों दिग्गजों के आपसी खींचतान पर लंबी चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे।
सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। पिछले दिनों बघेल गुट और सिंहदेव गुट के बीच मतभेद उस वक्त और बढ़ गये जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।