तमिलनाडु के कई जिलों में पिछले कई दिनों से बारिश ने कहर मचाया है। इसी बीच खबर है कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने ओडिशा (Odisha) में अगले 48 घंटों में दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की भविष्यवाणी की है और साथ ही इसके चक्रवात में बदलने की संभावना जताई है।
वहीं ओडिशा सरकार ने रविवार को सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट पर रखा और उन्हें स्थिति पर करीब से नजर रखने को कहा है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने जिला कलेक्टरों को लिखे पत्र में कहा कि मौसम विभाग ने 30 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की भविष्यवाणी की है और इसके बाद के 48 घंटों में और अधिक चिह्नित होने और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
4 दिसंबर को राज्य के लगभग आधे हिस्से में मध्यम से भारी वर्षा होने का अनुमान है। तटीय जिलों मयूरभंज और केंदुझर में बारिश की भविष्यवाणी की गई है। पुरी में भारी बारिश हो सकती है. 5 दिसंबर को पूरे राज्य में इस प्रणाली के प्रभाव के तहत मध्यम से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
नसीईपी ने 50-100 मिमी प्रति 24 घंटे की वर्षा की भविष्यवाणी की है, जबकि आईएमडी ने 40-70 मिमी प्रति 24 घंटे वर्षा की भविष्यवाणी की है। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में 4 दिसंबर को प्रति 24 घंटे में लगभग 70 मिमी रिकॉर्ड हो सकती है।
भुवनेश्वर में 4 दिसंबर से 5 दिसंबर के बीच हवा की गति 33 – 57 किमी प्रति घंटे की सीमा में होगी। 3 दिसंबर से बादल छाए रहेंगे। भारी बारिश और तेज हवा के कारण तटीय जिलों में कटाई के लिए तैयार धान की फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
इसके अलावा पहाड़ों पर भी बारिश होगी। हवा भी चलेगी, इसलिए प्रदूषण और स्मॉग की स्थिति में सुधार होगा। अनुमान लगया जा रहा है कि , “5-6 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा, इस दौरान दिल्ली में बारिश होगी। 2 दिसंबर को एनसीआर में एक या दो स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। 5-6 दिसंबर को वर्षा की संभावना अधिक है। पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में बारिश होगी।”