यूं तो ग्राम प्रधानों द्वारा सरकारी जमीनों पर कब्जा करना या अपनी सह पर किसी अन्य को कब्जा करा देना आम बात है लेकिन पूर्व प्रधान पति द्वारा 150 साल पुराने खेरा माता के सार्वजनिक मन्दिर पर अवैध कब्जा करने का अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है थाना बिलग्राम के ग्राम इटौली से जहाँ के निवासी अरविन्द कुमार पुत्र ठाकुर प्रसाद ने पूर्व प्रधान श्रीकृष्ण वर्मा पर इस मन्दिर पर अवैध रूप से कब्जा करने की नीयत से रात में चोरी से स्वयं की नेमप्लेट लगवा देने का आरोप लगाते हुए बताया कि यह मन्दिर उनके पूर्वजो द्वारा जो अपने जमाने के जमीदार रहे थे, सुक्खा सिंह द्वारा आज से करीब 150 वर्ष पूर्व बनवाया गया था व तबसे लगातार पीढ़ी दर पीढ़ी उनके परिवार के लोग मन्दिर की देखरेख कर रहे हैं और सभी ग्रामवासी यहाँ आकर आस्था से सर झुकाते व मन्नत मांगते हैं तथा यह मंदिर प्राचीन होने के चलते ग्रामवासियों समेत आसपास के गांव व क्षेत्र के तमाम लोगों की भी आस्था का प्रतीक बना हुआ है,अरविंद कुमार के अनुसार अभी कुछ समय पहले सार्वजनिक चन्दे से मन्दिर का सौंदर्यीकरण भी कराया गया था।

आरोप है कि बीते मंगलवार को पूर्व प्रधान श्रीकृष्ण ने रात को चोरी से मन्दिर व उसके पास पड़ी करीब बीस बीघे भूमि को हथियाने के उद्देश्य से मन्दिर में अपने नाम की प्लेट लगवा दी, आपको बताते चलें कि मन्दिर गाटा संख्या 154 के खाता संख्या 266 में बना है जो राजस्व अभिलेखों में चारागाह दर्ज है , ग्रामीणों के अनुसार पूर्व प्रधान श्रीकृष्ण वर्मा जो कि भूतपूर्व सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य महात्मा गांधी इंटर कॉलेज पलिया है, दबंग किस्म के व्यक्ति है जो पैसे व पावर के दम पर मन्दिर समेत आसपास खाली पड़ी चारागाह की भूमि हथियाना चाहते है, इनके इस कृत्य से ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है, जिसे भांपते हुए 4 अगस्त 2021 को वर्तमान प्रधान नन्हे लाल समेत कई ग्रामीणों ने थाना बिलग्राम में प्रार्थना पत्र दिया है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने अभी तक न तो एफ आई आर दर्ज की है और न ही कोई कार्यवाही की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि श्री क्रष्ण वर्मा ने अपने पक्ष के ही झब्बू पुत्र सुंदर लाल को मंदिर का पुजारी भी बना दिया है जो कि मंदिर पर ताला डाल के रखता है और अगर कोई ग्रामीण पूजा करने जाता है तो उनको चाभी देने से साफ मना कर देता है और दबंगई करता है।
इस मामले के सम्बंध मे हमारे क्षेत्रीय संवाददाता ने टेलीफोन पर थाना प्रभारी बिलग्राम से वार्ता की तो उन्होंने बताया कि कल मैने मंदिर का निरीक्षण किया था और वहां कोई ताला नही लगा था और दोनो पक्ष के लोगों को आज बुलाया गया है और उचित कार्यवाही की जायेगी।
जबकि हमारे सूत्रों की खबर के अनुसार जिस दिन पूर्व प्रधान पति रात मे अपने नाम की नेम प्लेट चोरी से लगवा रहे थे उसके अगले दिन 112 पुलिस की गई थी तब भी मंंदिर पर ताला लगा हुआ था , उसी समय पुलिस ने श्रीक्रष्ण वर्मा को बुलाया था और उनको बोला था कि आप अपनी नेम प्लेट और ताला मन्दिर से तुरंत हटा लीजिये, इसका लिखित आश्वसन भी श्री क्रष्ण वर्मा ने 112 की पुलिस को दिया था कि वो आज ही नेम प्लेट हटा लेगा और ताला भी।

एक तरफ जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी भू-माफियायों के खिलाफ अभियान चला के सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त करा रहे हैं , वहीं बिलग्राम पुलिस इस मामले पर महज मूक दर्शक बन के सरकारे के अभियान को पलीता लगाती हुई नजर आ रही है।
जबकि ग्राम प्रधान द्वारा 4 अगस्त को उक्त भू-माफिया के खिलाफ एफआईआर के लिये दिये गये प्रार्थना पत्र अब तक कार्य वाही नही हुई है।
अब बड़ा सवाल ये है कि क्या बिलग्राम-हरदोई पुलिस किसी बड़ी घटना के इंतजार मे है, या फिर सरकार और पुलिस की छीछालेदर कराने के बाद कार्यवाही होगी।
Fire the News does not confirm these reports , reports are according to local villagers.