क्या ओमिक्रॉन भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में पहुँचा, कम्युनिटी स्प्रेड के क्या खतरे हैं?


स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े INSACOG के बुलेटिन में दी गई जानकारी के अनुसार देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है।

कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मतलब होता है कि एक संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता है कि वह किसके संपर्क में आने से संक्रमित हुआ। मतलब कोरोना वायरस बस्तियों, शहरों और समुदायों के बीच मौजूद है।

ऐसे में संक्रमण चेन को तोड़ना मुश्किल होता है और संक्रमण तेज़ी से बढ़ता है। कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मतलब है कि वायरस समुदायों के बीच पहुँच गया है और वह किसी को भी संक्रमित कर सकता है।

उसे भी जिसने हाल-फ़िलहाल में कोई यात्रा नहीं की और न ही संक्रमित इलाक़े या व्यक्ति के संपर्क में आया था। इसका मतलब यह हुआ कि देश या समुदाय के भीतर सभी लोग संक्रमित हो सकते हैं। कम कोरोना टेस्टिंग और जीनोम सिक्वेंसिंग के बीच INSACOG की चेतावनी चिंता बढ़ाती है।

INSACOG के बुलेटिन में कहा गया है कि ओमिक्रॉन अब भारत में कम्युनिटी स्प्रेड के स्तर पर है। ये दिल्ली और मुंबई में डेल्टा वैरिएंट पर हावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

इसके अलावा, ओमिक्रॉन का एक संक्रामक सब-वेरिएंट BA.2 के बारे में बताया गया है कि इसके भी पर्याप्त मामले सामने आए हैं। इसके तेजी से फैलने के सबूत तो नहीं मिले हैं।

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