जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद कश्मीर में काफी कुछ बदल गया है। हाल ही में स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीर में लहराने के लिए तिरंगे झंडे कम पड़ गए और अब आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर कश्मीरी पंडितों ने आज जन्माष्टमी के मौके पर लाल चौक से शोभा यात्रा निकाली जो प्रमुख बाजारों से होते हुए श्रीनगर शहर में गुजरी।
यह वहीं लाल चौक हैं जो स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तिरंगे की रंग-बिरंगी रोशनियों से नहाया हुआ था। आपको बता दें कि कश्मीरी पंडितों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को दो साल के अंतराल के बाद भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाने के लिए जन्माष्टमी का जुलूस निकाला।

उन्होंने कहा कि जुलूस अमीरकदल पुल को पार कर जहांगीर चौक से गुजरा और मंदिर लौट आया। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित भक्तों ने रथ के साथ नृत्य किया और लोगों के बीच मिठाई बांटी। इस शोभा यात्रा में हरे रामा हरे कृष्णा संस्था के अनुयायियों ने भगवान कृष्ण का गुणगान करते हुए पूरे कश्मीर में माहौल को भक्तिमय बना दिया।
Jhanki Yatra organised at Lal Chowk, Srinagar on the occasion of #KrishnaJanmashtami2021 The devotees also sang Krishna Bhajans. This is the first time in 32 years Janmashtami processions were taken out in #NayaKashmir . Tight slap on the face of naysayers pic.twitter.com/GMgieGb3CM
— prafulla ketkar 🇮🇳 (@prafullaketkar) August 30, 2021
भगवान श्री कृष्ण की शोभायात्रा कश्मीर के जिस-जिस बाजार से गुजरती गई वहां मौजूद लोगों ने दिल से उनका स्वागत किया। कश्मीर में दो वर्षों के उपरांत कश्मीरी पंडितों ने गणपथेयार मंदिर से भगवान श्री कृष्ण की शोभा यात्रा निकाली थी। 32 साल में पहली बार पाकिस्तान की मदद से इस्लामवादियों द्वारा किए गए कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार के बाद से लाल चौक पर इस तरह हिंदू त्योहार का जुलूस निकाला गया।

इस महीने की शुरुआत में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए लाल चौक को भी सजाया गया था। ऐसा भी सालों में पहली बार हुआ है। अगस्त 2019 में, भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू को विशेष राज्य का दर्जा दिया था।