ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे देशों में कोविड से फिर से बुरा हाल है। ऑस्ट्रिया ने कोविड ने नई लहर को देखते हुए फिर से इस सर्दी पूर्ण लॉकडाउन की तैयारी में है। ऑस्ट्रिया सरकार ने कहा है कि पूरी आबादी को फरवरी 2022 तक वैक्सीनेट कर लिया जाएगा। सरकार ने टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया है।
बता दें कि ऑस्ट्रिया की दो तिहाई आबादी को पूरी तरह से कोविड वैक्सीन लग चुकी है। यह पश्चिमी यूरोप में सबसे धीमा है। पिछले एक हफ्ते से ऑस्ट्रिया में हर दिन 10 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 15,145 मामले देखे गए हैं। शालेनबर्ग ने कहा कि लॉकडाउन सोमवार से शुरू होगा और 10 दिन के लिए प्रभावी रहेगा।
इसमें छात्रों के लिए स्कूलों में प्रत्यक्ष कक्षाएं नहीं लगेंगी, रेस्टारेंट और सांस्कृतिक कार्यक्रम पर भी रोक होगी। देश के स्वास्थ्य मंत्री वोल्फगैंग म्यूकस्टीन ने बाद में कहा कि किंडरगार्टन और स्कूल उन लोगों के लिए खुले रहेंगे जिन्हें वहां जाने की जरूरत है लेकिन सभी माता-पिता से कहा गया कि यदि संभव हो तो अपने बच्चों को घर पर रखें।
किंडरगार्टन (बालवाड़ी) खेल के माध्यम से 6 साल तक के बच्चों को शिक्षा देने संबंधी एक विशेष पद्धति है। ऑस्ट्रिया ने शुरु में केवल उन लोगों के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की शुरुआत की थी, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने सभी के लिए इसे लागू कर दिया।
सात दिनों से देश में संक्रमण के प्रतिदिन 10,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। अस्पतालों में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और इस महामारी से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। ऑस्ट्रिया में अब तक इस वायरस से 11,525 लोगों की मौत हो चुकी है। शालेनबर्ग ने कहा कि कई तरह के प्रयासों और अभियानों के बावजूद कुछ ही लोगों ने टीकाकरण कराने का फैसला किया।