अगला महीना काफी बदलाव लेकर आयेगा. एक फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। इससे जहां देश की अर्थव्यवस्था में बदलाव होगा वहीं यह आम लोगों की जिंदगी को भी प्रभावित करेगा।
बजट के अलावा जो महत्वपूर्ण है वो ये है कि एक फरवरी से कुछ बैंक भी अपने नियमों में बदलाव करेंगे। इसके अलावा SBI आने वाले 1 फरवरी से अपने ग्राहकों के लिए भी नया नियम लेकर आने वाला है। इस नियम के लागू होने के बाद कस्टमर्स को पैसे ट्रांसफर महंगा पड़ने वाला है।
एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, बैंक ने 1 फरवरी 2022 से आईएमपीएस (IMPS) ट्रांजैक्शन में एक नया स्लैब शामिल किया है। यह स्लैब 2 लाख से 5 लाख रुपये का है। 1 फरवरी से 2 लाख से 5 लाख रुपये के बीच बैंक ब्रांच से IMPS के जरिये फंड ट्रांसफर करने पर 20 रुपये और GST देना होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर 2021 में IMPS के माध्यम से ट्रांजैक्शन का अमाउंट 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था। रिजर्व बैंक ने IMPS के जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन की लिमिट भी एक दिन में 2 लाख रुपए के बजाय 5 लाख रुपए कर दी है।
MPS यानी Immediate Payment Service नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का अहम हिस्सा है। इसके जरिए 24X7 फंड ट्रांसफर किया जा सकता है। इसमें इंटरनेट बैंकिंग के अलावा मोबाइल बैंकिंग ऐप्स, बैंक ब्रांच, ATM, SMS और IVRS के जरिए फंड ट्रांसफर होता है।
हालांकि RBI ने डेली ट्रांजैक्शन की जो सीमा बढ़ाई है वह SMS और IVRS पर लागू नहीं होती। SMS और IVRS के जरिए सिर्फ 5000 रुपए का ही ट्रांसफर होता है।