उन्नाव में विकास कार्यो को अब मिलेगी रफ्तार

उन्नाव में विकास कार्यो को अब मिलेगी रफ्तार

उन्नाव:- उत्तर प्रदेश में चुनावी आचार संहिता की वजह से फंसे विकास कार्यों को अब रफ्तार मिलेगी। जनपद उन्नाव के विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल के अंत या मई के पहले सप्ताह में अधिकांश लंबित योजनाओं के लिए बजट मिल जाएगा। इसमें सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सहित अन्य विकास योजनाओं का काम फिर शुरू होगा। पेयजल के लिए अमृत योजना, कूड़ा डंपिंग यार्ड, प्रमुख सड़कों का निर्माण भी शामिल है।

जून में घरों में पहुंचेगा ‘अमृत’

उन्नाव शहर और शुक्लागंज क्षेत्र के लगभग छह लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए 253 करोड़ की लागत वाली अमृत योजना के कार्य में फिर तेजी आएगी। निकाय अंशदान के रूप में उन्नाव नगर पालिका पर बकाया 62.4 करोड़ रुपये जो अप्रैल के अंत या मई के पहले सप्ताह में मिल जाएंगे। जलनिगम एक्सईएन केके कटियार ने बताया कि निर्माण करा रही एजेंसी हर महीने 15 लाख रुपये स्टाफ के वेतन पर खर्च कर रही है। बजट के लिए हरी झंडी मिलने से जून के अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है जिसके बाद उन्नाव शहर और शुक्लागंज में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

जनपद में बनेंगे 31 खाद गोदाम

जनपद उन्नाव में रबी व खरीफ सीजन में खाद की किल्लत दूर करने के लिए अब 31 खाद गोदाम बनाए जाएंगे। शासन से इसकी मंजूरी मिल चुकी है लेकिन आचार संहिता की वजह से कार्य नहीं हो पा रहा था। योजना के तहत आवश्यकता अनुसार खाद के भंडारण के लिए जनपद में 54 खाद गोदाम बनने हैं। पहले चरण में आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत 28 और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत तीन गोदाम बनाए जाएंगे। प्रत्येक गोदाम की क्षमता 100 मीट्रिक टन होगी।

कूड़ा डंपिंग यार्ड का काम बढ़ेगा

जनपद उन्नाव के नगर पालिका क्षेत्र के 32 वार्डों और बाजारों से हर दिन निकलने वाले 50 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण के लिए कूड़ा डंपिंग यार्ड के निर्माण का उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जनवरी में वर्चुअल शिलान्यास किया था लेकिन चुनाव आचार संहिता जारी होने से बजट जारी नहीं हो पाया था। विधानसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद अब इस महीने बजट जारी होगा। बक्खाखेड़ा में 4.85 करोड़ से बनाए जा रहे डंपिंग ग्राउंड को बनाने का काम सीएनडीएस को दिया गया है और मंगलवार को जेई ने यहां का निरीक्षण भी किया था इसके साथ ही साथ ईंटों व निर्माण सामग्री की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए हैं।

उन्नाव नगर पालिका के दिन बहुरने की उम्मीद

अर्थिक संकट झेल रही उन्नाव की नगर पालिका के दिन बहुरने की उम्मीद है। बजट की कमी से विकास कार्य तो दूर, आउट सोर्सिंग कर्मियों को वेतन तक के लाले पड़े हुए हैं। जनवरी में आचार संहिता लागू होने से पहले आठ करोड़ 41 लाख की लागत से शहर में 70 मार्गों के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। नौ जनवरी को किसी तरह आनन-फानन में सभी का शिलान्यास कर दिया गया। लेकिन अनुबंध की प्रक्रिया पूरी न होने से निर्माण शुरू नहीं हो पाया। एसडीएम सदर/नगर पालिका ईओ सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि आचार संहिता समाप्त होते ही आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के साथ ही साथ बजट की मांग की जाएगी और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

पीडब्ल्यूडी कराएगा 68 सड़कों का निर्माण

विधानसभा चुनाव से पहले चार जनवरी को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 68 मार्गों का शिलान्यास किया था जिसमें कुल 128.38 किमी लंबी इन सड़कों को बनाने के लिए 27 करोड़ 19 लाख 60 हजार रुपये बजट के माध्यम से स्वीकृत हुआ है लेकिन आचार संहिता के कारण निर्माण शुरू नहीं हो सका। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन हरदयाल अहरवार ने बताया कि सभी मार्गों के लिए जल्द ही बजट मिल जाएगा। इसके साथ ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

बिहार-बक्सर मार्ग के लिए मिलेंगे 33 करोड़

जनपद उन्नाव के भगवंतनगर-बिहार-बक्सर मार्ग के नवीनीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी ने शासन से 33 करोड़ की मांग की थी लेकिन आचार संहिता लागू होने से बजट मंजूर नहीं हो पाया था। 23 किमी मार्ग न बनने से लखनऊ, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कानपुर आदि जनपदों से आवागमन करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता रितेश कटियार ने बताया कि बजट मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

कुलदीप वर्मा, उन्नाव

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