उन्नाव:- उत्तर प्रदेश में एक बार पुनः भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भू माफिया, खनन माफिया और अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर पूरे प्रदेश में हलचल पैदा कर दिया है। लेकिन जनपद उन्नाव में खनन माफिया और भूमाफिया को मुख्यमंत्री जी के आदेशों का जरा भी डर नहीं है। जनपद उन्नाव में अवैध खनन और अवैध रूप से जमीन कब्जा करने की काफी शिकायतें आती है लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है। पीड़ितों को सिर्फ आश्वाशन मिलता है और माफियाओ को अभयदान। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के सरोसी ब्लाक अंतर्गत मगरवारा क्षेत्र में खनन माफियाओं ने अवैध तरीके से सरकारी एवं किसानों की जमीन पर जेसीबी चलवा कर अवैध खनन कर रहे है। मगरवारा क्षेत्र की रहने वाली उषा जायसवाल पत्नी देवी प्रसाद ने बताया है कि मगरवारा स्टेशन के पास उनके खेत हैं जिसमें किनारे सरकारी गलियारा है। वहां पर खनन माफियाओं ने अवैध तरीके से मिट्टी की खुदाई की है जिसकी वजह से आने-जाने का मार्ग अवरुद्ध हो गया है। जिसकी शिकायत उन्होंने ग्रामीणों के साथ सरोसी ब्लाक के बीडीओ एवं खनन अधिकारी से किया था लेकिन उनकी शिकायत पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई।
पीड़िता का कहना है कि खनन अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते जैसे ही वह खनन अधिकारी के ऑफिस में जाती हैं तो खनन अधिकारी बहाना बनाकर ऑफिस से निकल जाते हैं और उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं देते हैं। जिससे खनन माफियाओं के हौसले दिन-प्रतिदिन बुलंद होते जा रहे हैं एक बार जब ज्यादा शिकायत का दबाव हुआ तो डंपर और जेसीबी थोड़ी देर के लिए जब्त तो कर ली गई लेकिन जैसे ही जांच करने वाली टीम मौका स्थल से निकल गई वैसे ही जेसीबी और डंपर को छोड़ दिया गया और फिर से खनन चलने लगा। शिकायत करने वाली महिला उषा जायसवाल ने बताया कि करीब 200 घन मीटर का खनन हुआ है। उक्त मामले में जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी भी मांगी गई तो ज्ञात हुआ कि खेत और सरकारी में कुल मिलाकर कुल 100 बीघा में 25 से 30 फुट गहराई में काट दिया गया है। जिससे उनके खेत भी कटकर गिर रहे है जिसकी जांच कर लेखपाल ने तहसीलदार को रिपोर्ट सौंप दी है। पीड़िता का आरोप है कि उपरोक्त मामले में खनन अधिकारी लीपापोती कर रहे हैं जांच के नाम पर फर्जी रिपोर्ट लगाकर जिला प्रशासन को लगातार गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से अवैध खनन करने वाले खनन माफियाओं के लिए विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के बाद खोदे गए गड्ढे को भरने की बात कही है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े उक्त मामले में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने नगर मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए हैं।